पुरानी सब्जी मंडी चौकी के पास बर्फ की फैक्टरी में अमोनिया गैस लीक, मालिक बेहोश
हिसार पुरानी सब्जी मंडी चौकी के नजदीक स्थित एक बर्फ की फैक्टरी से अमोनिय
जागरण संवाददाता, हिसार
पुरानी सब्जी मंडी चौकी के नजदीक स्थित एक बर्फ की फैक्टरी से अमोनिया गैस लीक हो गई। गैस लीक होने का कारण फैक्टरी मालिक द्वारा तेल डालने के बाद नट का सही तरह से बंद नहीं होना था। फैक्टरी मालिक राधेश्याम कटारिया गैस के रिसाव के कारण बेहोश हो गए। राधेश्याम को आसपास के लोगों ने किसी तरह जान पर खेल कर बाहर निकाला और अस्पताल में भर्ती करवाया। गैस का रिसाव बंद करने के लिए अग्नि शमन विभाग के कर्मचारियों को स्पेशल सूट डाल और आक्सीजन मास्क लगाने के बाद उसे बंद किया। समय पर हालात संभालने के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया।
चौकी से 500 मीटर दूर स्थित करीब दस सालों से बर्फ फैक्टरी चल रही है। सोमवार सुबह करीब 11 बजे राधेश्याम पाइप में तेल डाल रहे थे। उसके बाद जब उन्होंने नट लगाने का प्रयास किया तो अमोनिया गैस का प्रेशर लीक हो गया। राधेश्याम ने उसी समय दोबारा नट लगाने का प्रयास किया लेकिन वह उसे लगाने में कामयाब नहीं हुए। उसके साथ मौजूद एक कर्मचारी ने वहां से भागने के लिए कहा लेकिन वह नहीं माने। बाद में वह बेहोश होकर गिर गए। उनको गिरा देख आसपास के लोग भाग कर वहां पर गए और उनको उठाकर बाहर निकाला। लोग उन्हें उठाकर तुरंत अस्पताल ले गए। वहां पर उनको उपचार दिया गया तो वह होश में आए।
लोगों ने उसी समय बिजली की लाइन को खुद ही काट दिया और अग्निशमन विभाग व पुलिस को अमोनिया गैस लीक होने की जानकारी दी। पुलिस ने उसी समय लोगों को उस तरफ जाने से रोका। अग्निशमन विभाग की दो गाड़ी मौके पर पहुंची और गैस को बंद करने के लिए पानी छिड़का। गैस का रिसाव ज्यादा होने के कारण कर्मचारी भी ज्यादा पास नहीं जा सके। बाद में आक्सीजन मास्क भी मंगवाए। पहली बारी में वह अंदर नहीं जा सके। बाद में स्पेशल सूट मौके पर मंगवाया गया और आक्सीजन मास्क लगाकर कर्मचारी अंदर गए। अग्नि शमन विभाग के कर्मचारियों ने रिसाव को बंद किया तो दोपहर बाद तक गैस की बदबू कम हुई।
पुलिस बोली, करेंगे लाइसेंस की जांच
शहर में चल रही बर्फ फैक्ट्रियों से जहां खतरा बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने अब ऐसे फैक्ट्रियों के लाइसेंस की जांच करने का निर्णय लिया है। मिलगेट थाना प्रभारी फूल कुमार ने बताया कि यह फैक्टरी नहीं होनी चाहिए। शहर से बाहर इनको निकालना चाहिए। इसलिए वह लाइसेंस की जांच करेंगे। अपनी तरफ से वह रिपोर्ट देंगे ताकि दोबारा ऐसा हादसा न हो।
पहले भी हो चुकी है घटनाएं
शहर में अमोनिया गैस रिसाव की पहली घटना नहीं है। इससे पहले पड़ाव चौक और पूर्व मंत्री हरि सिंह सैनी की कोठी के पास बड़ी घटनाएं हो चुकी है। पड़ाव चौक पर पीजीएसडी स्कूल के नीचे बनी बर्फ फैक्टरी से सालों पहले गैस रिसाव हुआ था। उससे ऊपर चल रहे स्कूल में बच्चों की हालत खराब हो गई थी। उस दौरान स्कूल प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से बच्चों को बाहर निकाला था। बाद में फैक्टरी को बंद करवा दिया गया था। शहर में उस समय के बाद से ही फैक्ट्रियों पर कोई लगाम नहीं लगी थी।
इस घटना से पहले पूर्व मंत्री हरि सिंह सैनी की कोठी के पास गैस का रिसाव हुआ था। उस रिसाव के कारण कई पशुओं की मौत भी हो गई थी। गनीमत यह थी कि उस दिन बारिश होने के कारण गैस का प्रभाव ज्यादा दूर तक नहीं हुआ था। लेकिन फैक्ट्री के आस पास के क्षेत्र में खड़ा होना भी मुश्किल था।
क्या है अमोनिया गैस, कितनी खतरनाक
अमोनिया एक तीव्र गंध वाली रंगहीन गैस है। यह हवा से हलकी होती है और इसका वाष्प घनत्व 8.5 है। यह जल में अति विलेय है। अमोनिया के जलीय घोल को लेकर अमोनिया कहा जाता है। यूरिया, अमोनियम सल्फेट, आदि रासायनिक खादों को बनाने में अमोनिया का उपयोग किया जाता है। बर्फ के कारखाने में शीतलक के रूप में अमोनिया का उपयोग किया जाता है। थोड़ी ज्यादा मात्रा में अमोनिया सूंघने पर जान तक जा सकती है।
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