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INRF रैंकिंग में पिछड़े हरियाणा के सभी विश्वविद्यालय, केवल एचएयू ने टॉप 100 में बनाई जगह

मानव संसाधन विकास मंत्रालय की राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेशनल इंस्टीट्यूशंस रैंकिंग फ्रेमवर्क (INRF) रैंकिंग जारी की। जिन तीन विवि ने पिछली बार टॉप 100 में जगह बनाई वो भी पिछड़े

By manoj kumarEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 04:31 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 05:18 PM (IST)
INRF रैंकिंग में पिछड़े हरियाणा के सभी विश्वविद्यालय, केवल एचएयू ने टॉप 100 में बनाई जगह
INRF रैंकिंग में पिछड़े हरियाणा के सभी विश्वविद्यालय, केवल एचएयू ने टॉप 100 में बनाई जगह

हिसार [संदीप बिश्नोई] भारत सरकार की ओर से चौथी बार की गई एनआइआरएफ रैंकिंग में इस बार हरियाणा के करीब सभी विश्वविद्यालय पिछड़ गए हैं। जिन तीन विश्वविद्यालयों ने पिछली बार टॉप 100 में स्थान हासिल किया था, उनकी रैंकिंग भी पहले से गिर गई। ओवरऑल रैंकिंग में देश के सर्वश्रेष्ठ 100 शिक्षण संस्थानों में जगह बनाने वालों में हरियाणा का चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (एचएयू) एकमात्र विश्वविद्यालय है, जिसे 89वां स्थान मिला है। इस कैटेगरी में पिछले वर्ष एचएयू की रैंकिंग 76वीं थी। इस श्रेणी में पिछली बार की तरह हरियाणा का दूसरा कोई भी विश्वविद्यालय जगह नहीं बना पाया। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेशनल इंस्टीट्यूशंस रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग जारी की।

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मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा 9 कैटेगरी में जारी की गई इस रैंकिंग के तहत यूनिवर्सिटी कैटेगरी में एचएयू के अलावा महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) शामिल हैं।  इस कैटेगरी में एचएयू को 63वां, एमडीयू को 90वां और केयू को 98वां स्थान हासिल हुआ, जो इन विश्वविद्यालयों को पिछले वर्ष मिली रैंकिंग से अधिक है। कालेजों की स्थित पिछली बार की तरह इस बार भी शर्मनाक रही है। प्रदेश का एक भी कालेज एनआइआरएफ रैंकिंग में जगह नहीं बना पाया। इसके अलावा लॉ, आर्किटेक्चर और मेडिकल कैटेगरी में भी प्रदेश का कोई शिक्षण संस्थान नहीं है।

गुजवि के फार्मेसी सहित प्रदेश के 4 संस्थान टॉप 100 में शामिल

एनआइआरएफ रैंकिंग की फार्मेसी कैटेगरी की बात करें तो इस बार पिछली बार की अपेक्षा प्रदेश के संस्थानों ने कुछ बेहतर किया है। इस कैटेगरी में पिछली बार केवल दो संस्थान शामिल थे, जिनमें गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय (गुजवि) के फार्मेसी विभाग को 47वां और पीजीआइ रोहतक के फार्मेसी कालेज को 38वां रैंक मिला था। मगर इस बार गुजवि के अलावा तीन अन्य संस्थानों ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए इस रैंकिंग में स्थान बनाया है। गुजवि का फार्मेसी विभाग लगातार तीसरी बार रैंक को बेहतर करते हुए टॉप 50 में जगह बनाने में कामयाब रहा। इस विभाग को देशभर में 35वां स्थान मिला है। इसके अलावा इस बार एमडीयू के फार्मेसी विभाग को 32वां, महर्षि मारकंडेश्वर विश्वविद्यालय अंबाला (एमएमयू) को 41वां, और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के विभाग को 53वां रैंक मिला।

इंजीनियरिंग के टॉप 100 में प्रदेश की केवल एनआइटी कुरुक्षेत्र 

एनआईआरएफ रैंकिंग में इस बार इंजीनियरिंग और मेनेजमैंट के संस्थानों की रैंकिंग में सुधार हुआ है। इंजीनियङ्क्षरग श्रेणी में पिछली बार की तरह केवल एनआइटी कुरुक्षेत्र को ही जगह मिली है। पिछली बार एनआईटी की रैंकिंग 43वीं थी, जो अब 41वीं हो गई है। इसके अलावा इस रैंकिंग में एनआइएफटी सोनीपत को 117वां, द नॉर्थ कैप यूनिवर्सिटी गुरुग्राम को 117वां, वाइएमसीए फरीदाबाद को 144वां, मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फरीदाबाद को 164वां रैंक मिला है।

मैनेजमेंट में आइआइएम रोहतक की रैंकिंग सुधरी 

एनआइआरएफ की मैनेजमेंट कैटेगरी में प्रदेश के आइआइएम रोहतक और मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट गुरुग्राम ही शामिल हैं। पिछले वर्ष भी यही दो संस्थान टॉप 100 में जगह बना पाए थे। मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट गुरुग्राम की रैंकिंग पिछली बार की तरह 12 ही रही, जबकि आइआइएम रोहतक ने अपनी रैंकिंग में सुधार करते हुए 23वां स्थान हासिल किया। पिछली बार आइआइएम को 27वां रैंक मिला था।

विभिन्न मानकों के आधार पर दिए जाते हैं अंक

मानव संसांधन विकास मंत्रालय की तरफ से नेशनल इंस्टीट्यूशंस रैंङ्क्षकग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के तहत देश भर के शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग जारी की जाती है, जिसमें देशभर के विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग और प्रबंधन सहित तमाम संस्थान हिस्सा लेते हैं। एनआईआरएफ कमेटी विभिन्न मानकों के आधार पर संस्थानों को अंक देकर सूची जारी करती है। रैंकिंग फ्रेमवर्क में संस्थानों की टीचिंग एंड लर्निंग रिसोर्सेज, रिसर्च प्रोफेशनल प्रेक्टिस, ग्रेजुएशन आउटकम, आउटरीच एंड इनक्लूसीविटी और पर्सेप्शन आदि मापदंडों को जांचा जाता है।

एक नजर में प्रदेश के शिक्षण संस्थानों की सभी 9 कैटेगरी की रैंकिंग

1. ओवरऑल कैटेगरी -                                                  इस वर्ष        पिछले वर्ष

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार -      89वां रैंक        76वां

2. यूनिवर्सिटी कैटेगरी -

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार -        63वां रैंक     50वां

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक                            -     90वां रैंक     76वां

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र                                      -     98वां रैंक        80वां

3. इंजीनियरिंग कैटेगरी -   

नेशनल इंस्टीट्यूटर ऑफ टेक्नोलॉजी, एनआइटी कुरुक्षेत्र     -          41वां रैंक        43वां

नेशनल इंस्टीट्यूटर ऑफ फूड टेक्नोलॉजी, सोनीपत            -      117वां रैंक    -

द नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम                                       -             117वां रैंक    -

वाईएमसीए यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद                                  -             144वां रैंक    -

मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूटर, फरीदाबाद                           164वां रैंक     -

4. मैनेजमेंट कैटेगरी

मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम -            12वां रैंक        12वां

इंडियन इंस्टीट्यूटर ऑफ मैनेजमेंट, रोहतक -        23वां रैंक        27वां

5. फार्मेसी कैटेगरी

महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी, रोहतक -              32वां रैंक        -

गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार -                 35वां रैंक     47वीं

महर्षि मारकंडेश्वर विश्वविद्यालय, अंबाला -         41वां रैंक     -

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र -                       53वां रैंक        -

बाकी 4 कैटेगरी में हरियाणा का कोई संस्थान नहीं

पांच कैटेगरी के अलावा बाकी चार कैटेगरी कॉलेज, लॉ, मेडिकल और आर्किटेक्चर में प्रदेश का कोई संस्थान शामिल नहीं है। पिछले वर्ष भी इन 4 कैटेगरी में हरियाणा का कोई संस्थान नहीं था।


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