फतेहाबाद में कोविड सेंटर में बेड हुए फुल, चार धर्मशालाओं को बनाया गया अस्थाई कोविड सेंटर
नागरिक अस्पताल में बने कोविड सेंटर में बेड फुल हो गए है। ऐसे में जिला प्रशासन ने धर्मशालाओं को कोविड सेंटर बनाने के आदेश दिए है। अब शहर में चार धर्मशाला व नगरपरिषद की तरफ से बनाया गया सामुदायिक केंद्र को अस्थाई कोविड सेंटर बना दिया है।
फतेहाबाद, जेएनएन। जिले में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे है। ऐसे में स्वास्थ सेवाएं भी प्रभावित होने लग गई है। नागरिक अस्पताल में बने कोविड सेंटर में बेड फुल हो गए है। ऐसे में जिला प्रशासन ने धर्मशालाओं को कोविड सेंटर बनाने के आदेश दिए है। अब शहर में चार धर्मशाला व नगरपरिषद की तरफ से बनाया गया सामुदायिक केंद्र को अस्थाई कोविड सेंटर बना दिया हैं। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि मरीजों को इसके अंदर रखा जा सके। लेकिन जिले में स्वास्थ्य सेवाएं पहले ही चरमराई हुई है। यहां पर केवल वहीं मरीज रखे जाएंगे जो घर पर एकांत में नहीं रह सकते। इन सेंटरों में ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था करना भी मुश्किल होगा।
सामान्य अस्पताल फतेहाबाद बेड की कमी है, इसलिए धर्मशालाओं को कोविड केयर सेंटर घोषित किया गया है। फतेहाबाद की श्रीराम सेवा समिति धर्मशाला, अग्रवाल धर्मशाला, अरोडवंश धर्मशाला, बत्तरा धर्मशाला तथा बीघड़ रोड स्थित सामुदायिक केंद्र को कोविड-19 केयर सेंटर बनाया गया है। बैठक में धर्मशाला व सामुदायिक केंद्र के प्रतिनिधियों ने सामूहिक तौर पर फैसला किया कि वे पूर्व की भांति सरकार व प्रशासन का हरसंभव सहयोग करेंगे।
वीरवार को जिले में आए कोरोना के 200 मरीज
जिले में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे है। वीरवार दोपहर को आई रिपोर्ट के अनुसार 200 नए केस आए है। पिछले 10 दिनों से लगातार 100 से अधिक आंकड़ा आ रहा है। अप्रैल महीने के 22 दिनों में जिले में 2265 नए मामले आए है। वहीं ठीक होने वालों का आंकड़ा 650 हुआ है। इस महीने में अब तक 33 लोगों की जान जा चुकी है। जिले में मरने वालों का आंकड़ा 156 पहुंच गया है।
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की हो रही कमी
कोविड सेंटर में 6 वेंटीलेटर की सुविधा है तो 16 ऑक्सीजन बेड है। लेकिन ये अब धीरे-धीरे भरने शुरू हो गए है। जिले में अब किसी मरीज को वेंटीलेटर की सुविधा नहीं मिलेगा। सभी बेड फुल है। इसके अलावा इस कोविड सेंटर में 10 मरीज और भर्ती हो सकते है जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है। दिनप्रतिदिन ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ने के साथ अब अस्पताल में भी ऑक्सीजन की कमी होने लग गई है। अब हर दिन 20 से 22 सिलेंडरों की खपत होने लग गई है। अब अस्पताल में केवल 20 सिलेंडर ही स्टॉक में पड़े है। एजेंसी संचालकों का दावा है कि शुक्रवार सुबह तक 40 सिलेंडर और उपलब्ध करवा देंगे।
सफाई कर्मचारियों को दो महीने से नहीं मिल रहे मास्क व सैनिटाइजर
जिले में स्वास्थ्य सेवाएं तो प्रभावित हो रही है वहीं जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा हो गया है। कोरोना योद्धा कहलाने वाले सफाई कर्मचारियों को पिछले दो महीने से ना तो मास्क मिला और ना ही सैनिटाइजर। ऐसे में व्यवस्था कैसे चलेगी। वहीं नगरपरिषद के कर्मचारियों को कोरोना से मरने वाले शवों का अंतिम संस्कार करने में भी दिक्कत आ रही है। पीपीई किट की कमी भी आ रही है। सफाई कर्मचारी यूनियन की तरफ से शिकायत भी दी गई लेकिन कुछ नहीं हुआ। नप अधिकारियों का कहना है कि उनके पास बजट नहीं है। पिछली बार जो सामान खरीदा था वो भी बिल पास नहीं हो रहे।
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पिछले दो महीनों ना तो सैनिटाइजर मिला और ना ही मास्क। वे अपने रुपये से मास्क व सैनिटाइजर खरीदकर प्रयोग कर रहे है। हर दिन शहर की सफाई करते है। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि जल्द से जल्द सैनिटाइजर व मास्क उपलब्ध करवाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें हड़ताल करनी पड़ेेगी।
राजाराम, प्रधान सफाई कर्मचारी यूनियन नगरपरिषद फतेहाबाद।
नागरिक अस्पताल में सामान्य ओपीडी बंद, मरीज हुए परेशान
नागरिक अस्पताल में सामान्य ओपीडी बंद कर दी गई है। केवल आपातकालीन स्थिति में मरीजों की जांच की जा रही है। अगर किसी मरीज का इलाज होता है तो उसका पहले टेस्ट करवाया जा रहा है। उसके बाद ही इलाज किया जा रहा है। वीरवार को अनेक सामान्य मरीज इलाज करवाने के लिए आए लेकिन उन्हें वापस भेज दिया गया। जिले में डाक्टर न होने के कारण यह कदम उठाया गया है। नागरिक अस्पताल के चार डाक्टर कोरोना पॉजिटिव हो गए है। इससे पहले तीन डाक्टर पहले ही पॉजिटिव आए थे। ऐसे में कोरोना मरीजों का इलाज करना मुश्किल हो रहा है।
जिले में दो महिला सहित चार की कोरोना से मौत
केस :1
फतेहाबाद शहर के जगजीवनपुरा निवासी 32 वर्षीय महिला की मौत कोरोना से हुई है। बताया जा रहा है कि 20 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसे शहर के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। हालत खराब होने के बाद उसे आईस्यू वार्ड में रखा गया था लेकिन वीरवार को उसने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि उसे बुखार आदि की शिकायत हुई थी उसके बाद टेस्ट करवाया था।
केस : 2
टोहाना के आजाद नगर निवासी 53 वर्षीय व्यक्ति की मौत कोरोना से हो गई। वही निजी अस्पताल में भर्ती था। बताया जा रहा है कि 13 अप्रैल को उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसका कोरोना टेस्ट किया तो वह पॉजिटिव निकला। तभी से वह अस्पताल में उपचाराधीन था। बताया जा रहा है कि उसे बुखार व सांस लेने में दिक्कत थी। वीरवार को उसने दम तोड़ दिया।
केस : 3
फतेहाबाद शहर के रामनिवास मुहल्ला निवासी 41 वर्षीय महिला की अग्रोहा मेडिकल कालेज में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला का तीन दिन पहले कोरोना टेस्ट करवाया गया था। उसे सांस आदि लेने में दिक्कत आ रही थी। उसे फतेहाबाद में वेंटीलेटर पर रखा गया था। लेकिन बुधवार रात को उसकी हालत गंभीर होने पर उसे अग्रोहा रेफर कर दिया। लेकिन अस्पताल में पहुंचने के कुछ समय बाद ही उसने दम तोड़ दिया।
केस : 4
टोहाना खंड के गांव नन्हेड़ी निवासी 63 वर्षीय बुजुर्ग ने भी दम तोड़ दिया। बुजुर्ग पिछले 16 अप्रैल से फतेहाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती था। उसे सांस व शुगर की दिक्कत थी। 16 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाने के बाद उसका कोरोना टेस्ट किया गया तो वह पॉजिटिव निकला। अस्पताल में ही उसका इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि वीरवार सुबह उसने दम तोड़ दिया।
------नागरिक अस्पताल में बेड फुल हो गए है। ऐसे में अस्थाई कोविड सेंटर बना गए है। सभी लोगों से अपील है कि नियमों का पालन करे। अगर जरूरत है तभी अस्पताल में आए। वहीं समाजसेवी संस्थाओं से भी अपील है कि वो लोगों को जागरूक करे। एक दो दिन के अंदर इन धर्मशालाओं में मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
डा. मुनीष नागपाल, अतिरिक्त उपायुक्त फतेहाबाद।