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शिक्षा विभाग की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा अग्रोहा ब्लॉक का परिणाम

संवाद सहयोगी, हिसार : जहां एक तरफ सरकार सभी ब्लॉकों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले

By JagranEdited By: Published: Thu, 16 Nov 2017 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 16 Nov 2017 03:00 AM (IST)
शिक्षा विभाग की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा अग्रोहा ब्लॉक का परिणाम
शिक्षा विभाग की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा अग्रोहा ब्लॉक का परिणाम

संवाद सहयोगी, हिसार : जहां एक तरफ सरकार सभी ब्लॉकों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के आउट कम लर्निंग लेवल को बेहतर बनाने में प्रयासरत है तो दूसरी ओर, अग्रोहा ब्लॉक के स्कूल अपने खराब प्रदर्शन के कारण सरकार के उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं। परिणामस्वरूप, अग्रोहा ब्लॉक के अधिकांश सरकारी स्कूलों का परिणाम शिक्षा विभाग की उम्मीदों के उलट नजर आया है। परिणाम में इस ब्लॉक के केवल 15 फीसद विद्यार्थी ही 75 फीसद अंक को पार कर पाए है, जबकि नियमानुसार 60 फीसद विद्यार्थियों के अंक 75 फीसद से पार होने चाहिए थे। इस खराब प्रदर्शन को देखते हुए एडीसी एएस मान, जिला प्रोजेक्ट को-ओर्डिनेटर देवेंद्र और प्रोजेक्ट कम आफिसर राजकुमार नरवाल ने अग्रोहा ब्लॉक के 70 हेड टीचरों की मी¨टग ली, जिनमें उन्होंने शिक्षकों को बेहतर ढंग से पढ़ाने के टिप्स दिए। साथ ही निर्देश दिए है कि वे दिसंबर माह में अपनी रिपोर्ट एडीसी को पेश करेंगे।

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गणित और विज्ञान विषय में था विद्यार्थियों का बुरा हाल

अग्रोहा ब्लॉक के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का सबसे खराब प्रदर्शन गणित और विज्ञान विषय में था। क्योंकि अधिकांश शिक्षकों तो इस बात से अनजान थे कि उन्हें दोनों विषयों को किस प्रकार पढ़ाना है, जबकि वे टीचर केवल पाठ्यक्रम खत्म कर अपनी औपचारिकता ही निभा रहे थे। दूसरा, ये टीचर पुराने फार्मेट पर विद्यार्थियों को कक्षा में पाठ्यक्रम के विषय पढ़ाते हैं, जबकि सरकार की ओर से सभी पाठ्यक्रम को प्रैक्टिकल तौर पर पढ़ाने के आदेश दिए जा चुके हैं। इस कारण विद्यार्थी किसी भी विषय को ढंग से समझ नहीं पा रहे थे, जिससे वे गणित और विज्ञान विषय में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे।

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एक ही गांव के स्कूल, एक अर्श पर तो दूसरा फर्श पर

शिक्षा विभाग की एक रिपोर्ट ने सभी को हैरत में डाल दिया है। रिपोर्ट के अनुसार एक ही गांव के दो स्कूल परिणाम में एक दूसरे के विपरीत है। बेहतर परिणाम परिणाम के कारण एक ही गांव का स्कूल अर्श पर है, जबकि उसी गांव का दूसरा स्कूल फर्श पर होता है। जिस कारण सभी अचरज में है। इसके लिए एडीसी सहित टीम ने टीचरों को बेहतर ढंग से पढ़ाने के लिए टिप्स दिए।

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तीन ब्लॉकों के टीचरों को दे चुके हैं बेहतर शिक्षा के टिप्स

एडीसी ने अग्रोहा, नारनौंद और उकलाना ब्लॉक के टीचरों की मी¨टग ले चुके हैं, जिनमें 204 टीचरों को सरल, सहज और बेहतर ढंग से बच्चों को पढ़ाने के टिप्स दिए जा चुके हैं, जिन्हें निर्धारित समय पर एडीसी को अपने-अपने ब्लॉकों की रिपोर्ट सौंपनी होगी। जिन्हें तीनों एक्सपर्ट स्कूलों में जाकर स्कूल मुखिया से लेकर शिक्षकों से रूबरू होंगे। साथ ही विद्यार्थियों के साथ उनकी समस्याओं को जानने का प्रयास करेंगे।

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ये थे एक ही गांव के दो स्कूल

गांव किरमारा

- राजकीय प्राइमरी स्कूल : बेहतर

- राजकीय हाई स्कूल : निराशाजनक

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गांव कुलेरी

- राजकीय ग‌र्ल्ज प्राइमरी स्कूल : बेहतर

- राजकीय प्राइमरी स्कूल : निराशाजनक

- राजकीय मॉडल स्कूल : निराशाजनक

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ये होंगे एक्सर्पट

- जिला प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर : ये स्कूलों में जाकर तकनीकी विषयों में शिक्षकों से लेकर विद्यार्थियों को कई टिप्स देंगे, साथ ही सभी चीजों को प्रेक्टिकल तौर पर समझाएंगे।- प्रोजक्ट कम आफिसर : प्रोजेक्ट कम आफिसर राजकुमार नरवाल को शिक्षकों और विद्यार्थियों की काउंसि¨लग करने का जिम्मा सौंपा गया।

- स्कूल के मुखिया : तीसरे सदस्य में स्कूल के मुखिया अपनी महत्वपूर्ण निभाएंगे। जिनकी जिम्मेदारी रहेगी कि वे समय-समय पर स्कूलों में विद्यार्थियों से रूबरू होकर कार्यक्रम में स्वयं भी भाग लेंगे।

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अग्रोहा ब्लॉक के सरकारी स्कूलों के शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। दिसंबर माह में शिक्षकों को अपनी रिपोर्ट एडीसी को सौंपनी होगी।

देवेंद्र, जिला प्रोजेक्टर को-ओर्डिनेटर, शिक्षा विभाग।


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