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सिरसा में मां के बाद छह साल की बेटी व आठ वर्षीय बेटा भी COVID19 Positive

सिरसा में COVID-19 Positive मिली महिला के दोनों बच्चे भी पॉजीटिव पाए गए हैं। दंपती पीजी चलाता है और वह उदयपुर चंडीगढ़ व लुधियाना भी गया था।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 08:53 PM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 07:37 AM (IST)
सिरसा में मां के बाद छह साल की बेटी व आठ वर्षीय बेटा भी COVID19 Positive
सिरसा में मां के बाद छह साल की बेटी व आठ वर्षीय बेटा भी COVID19 Positive

जेएनएन, सिरसा। Lockdown के बाद से सेफ चल रहे सिरसा जिले मेंं कोरोना के तीन मामले एक ही परिवार से आए हैं। सोमवार को महिला COVID-19 Positive पाई गई थी तो मंगलवार को उनका आठ वर्षीय बेटा व छह वर्षीय बेटी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। महिला पीजीआइ में उपचाराधीन है तो बच्चे सिरसा नागरिक अस्पताल में। जिले में कोरोना पॉजिटिव के ये केस शहर के एक पॉश इलाका बांसल कालोनी में मिले हैं।

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महिला व उसके पति को दो दिन पहले रोहतक रेफर किया गया था, जहां सोमवार को महिला की पॉजिटिव रिपोर्ट आई। इसके बाद प्रशासन ने देर रात को ही परिवार व संपर्क में रहने वाले दूसरे लोगों को नागरिक अस्पताल शिफ्ट कर दिया। सात पुरुष, चार महिलाएं व चार बच्चों को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से महिला के दो बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई है। परिवार के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। सिरसा के सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने इसकी पुष्टि की है।

महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सोमवार रात ही प्रशासन हरकत में आ गया था और मंगलवार सुबह सबेरे पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया।  उपायुक्त ने कालोनी को कंटेनमेंट जोन तथा साथ लगती कोर्ट कालोनी को बफर जोन घोषित किया है। कालोनीवासियों को क्वॉरेंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की 25 टीमें कालोनी में घर-घर जाकर जानकारी जुटा रही हैं। पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज कर दिया गया है। कालोनी में रह रहे हर व्यक्ति की स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्मल स्केनिंग भी की जाएगी। इसी क्षेत्र में पडऩे वाले संजीवनी अस्पताल को आइसोलेशन हॉस्पिटल बनाया गया है, जहां इस कालोनी से आने वाले लोगों को रखा जाएगा। हॉस्पिटल में पहले से भर्ती मरीजों को पहले ही शिफ्ट किया जा रहा है। 

उदयपुर, चंडीगढ़ व लुधियाना गया था दंपती

कोरोना पॉजिटिव मिली महिला का परिवार कालोनी में पीजी चलाता है, जबकि पति का चंडीगढ़ में पीजी है। मार्च महीने के पहले सप्ताह में दंपती उदयपुर गया था। इसके बाद लौट आए और फिर युवक चंडीगढ़ चला गया। सिरसा के उपायुक्त के अनुसार परिवार लुधियाना भी गया था। यही अंदाज लगाया जा रहा है कि उदयपुर से ही किसी के संपर्क में आने से वायरस से ग्रस्त हुए होंगे। बीच में दोनों को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी आई तो उन्होंने इलाज भी करवाया। स्थिति गंभीर होने पर सिरसा के एक निजी अस्पताल में भी इलाज के लिए पहुंचे जहां लक्षण देखने के बाद उन्हें नागरिक अस्पताल भेज दिया गया जहां से उन्हें रोहतक भेज दिया गया।

रात को डीसी ने बुलाई बैठक, निरीक्षण करने पहुंचे डीआइजी

कोरोना पॉजिटिव घोषित हो जाने के बाद सिरसा प्रशासन ने रात को ही मीटिंग बुलाई और कालोनी को सील करने व परिवार के सदस्यों को हॉस्पीटल पहुंचाने का फैसला लिया। इसके बाद परिवार के संपर्क में आए लोगों को भी अस्पताल ले जाया गया। महिला के घर में खाना बनाने वाली, गाड़ी चालक तथा पीजी में रहने वाली दो युवतियां भी शामिल हैंं। डीसी ने कालोनी को पूरी तरह सील करने के आदेश दिए जिसके बाद नाके लगा दिए गए। डीआइजी डॉ. अरुण सिंह के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कालोनी का दौरा किया। उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान भी पूरे मामले पर निगाह रखे हुए थे और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अपडेट लेते रहे।

बांसल कालोनी सील, कोर्ट कालोनी को किया बफर जोन घोषित

महिला के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हो जाने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया और कालोनी को सील कर दिया गया। इस कालोनी को कंटेनमेंट जोन तथा साथ लगती कोर्ट कालोनी को सुरक्षा की दृष्टि से बफर जोन घोषित किया है। महिला व उसके संपर्क में आने वाले 15 लोगों को इलाज के लिए नागरिक अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है जबकि पूरी कालोनी को सैनिटाइज किया गया है। कालोनीवासियों का बायोडाटा तैयार किया गया है साथ ही सभी को 14 दिनों तक घरों में ही रहने की हिदायत दी गई है। मंगलवार सुबह ही दोनों कालोनियों को सैनिटाइज किया गया।

टीमें में डोर टू डोर जाकर करेंगी थर्मल स्कैनिंग

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए संदिग्धों की स्क्रीनिंग, संदिग्ध मामलों का परीक्षण, क्वारेंटाइन, सोशल डिस्टेंस के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। आशा वर्कर व एएनएम की 25 टीमों द्वारा कंटेनमेंट जोन में आने वाले हर घर को सैनेटाइज करने के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति की डोर टू डोर थर्मल स्कैनिंग करेंगी। प्रत्येक टीम को 50 घरों की जिम्मेवारी सौंपी गई है।

इस कार्य की निगरानी के लिए पांच आंगनबाड़ी सुपरवाइजर और दो महिला एवं बाल विकास अधिकारी को तैनात किया गया है। ये टीमें सिविल सर्जन के दिशा-निर्देशों अनुसार कार्य करेंगी। कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए डीएम हैफेड संदीप पूनिया व डीईटीसी आलोक पास्सी को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया गया है। कृषि विज्ञान केंद्र में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम के इंचार्ज अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग है।

कालोनीवासियों को घर में ही मिलेगा राशन, दूध

कंटेनमेंट जोन में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति जिला विपणन एवं प्रवर्तन अधिकारी द्वारा तैयार की जाएगी। सब्जियों, राशन, किराने की वस्तुओं, दूध आदि को बंद पैकेट में घर द्वार तक भिजवाना सुनिश्चित किया गया है। डिलीवरी के समय यह भी ध्यान रखा जाएगा कि डिलवरी बॉय पूरी तरह से सुरक्षा उपकरण पहनें हों और वह किसी भी घर के अंदर नहीं जाएगा । कंटेनमेंट जोन में एंबुलेंस व पेरामेडिकल स्टाफ की तैनाती रहेगी। एसडीएम सिरसा कंटेंमेंट व बफर जोन के ऑल ऑवर इंचार्ज रहेंगे, जो सभी प्रबंधों व व्यवस्थाओं की देखरेख करेंगे।

हम पूरी स्थिति पर निगाहें बनाए हुए है : डीसी

सिरसा के जिला उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान का कहना है कि हम पूरी स्थिति पर निगाहें बनाए हुए है। पूरे प्रबंध किए गए है। परिवार किन किन लोगों से मिला है, उनकी भी सूची तैयार कर रहे है। क्षेत्र विशेष को सील किया है। दिनभर निरीक्षण किया गया है। सभी से अपील की गई है कि घरों में रहे और कोई बाहर न निकले। ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी लगा दिये है। मैंने स्वयं भी कालोनी व शहर का राउंड लिया है।

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