Move to Jagran APP

कोरोना काल के बाद बढ़ा परीक्षाओं का तनाव, हिसार में मनोचिकित्सकों की ली जा रही मदद

कोरोना काल के बाद शिक्षण संस्थानों में हो रही मुख्य परीक्षाओं को लेकर छात्रों में अधिक तनाव को देखने को मिल रहा है। शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों के इस तनाव को कम करने के लिए मनोचिकित्सकों का सहारा ले रहे है। लेकिन शिक्षण संस्थानों को मनोचिकित्सकों की कमी खली रही है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 12:57 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 12:57 PM (IST)
कोरोना काल के बाद बढ़ा परीक्षाओं का तनाव, हिसार में मनोचिकित्सकों की ली जा रही मदद
कोरोना काल के बाद शिक्षण संस्‍थानों में मनोविज्ञानियों की कमी खल रही है

हिसार, जेएनएन। लॉकडाउन और कोरोना काल के बाद शिक्षण संस्थानों में हो रही मुख्य परीक्षाओं को लेकर छात्रों में अधिक तनाव को देखने को मिल रहा है। शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों के इस तनाव को कम करने के लिए मनोचिकित्सकों का सहारा ले रहे है। लेकिन शिक्षण संस्थानों को मनोचिकित्सकों की कमी खली रही है। गौरतलब है कि कुछ गिने-चुने शिक्षण संस्थानों में ही मनोविज्ञान के शिक्षक है। वहीं ऐसे चिकित्सक भी काफी कम है। लॉकडाउन से स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों के बंद होने के चलते पढ़ाई बाधित रही है।

loksabha election banner

हालांकि ऑनलाइन कक्षाओं पर जाेर दिया गया, लेकिन ऑनलाइन कक्षाओं में विद्यार्थी पढ़ाई के उस स्तर को प्राप्त नहीं कर पाए, जिस स्तर की पढ़ाई आमने-सामने बैठकर होती है। इस कारण विद्यार्थियों के दिमाग पर परीक्षाओं का बोझ बढ़ गया है। जिसके  कारण वे मानसिक तनाव लेने लगे है। इस मानसिक तनाव को कम करने के लिए शिक्षण संस्थान मनोविज्ञान के चिकित्सकों का सहारा ले रहे है। जो छात्राें को परीक्षाओं के तनाव से दूर करने में अहम भूमिका निभा रहे है।

लगातार विद्यार्थियों को कर रहे है जागरुक -

सिविल अस्पताल से क्लीनिक साइकोलॉजिस्ट डा. शालु ढांडा बूरा ने बताया कि विद्यार्थियों में परीक्षाओं को लेकर तनाव बढ़ रहा है। इसे कम करने के लिए शिक्षण संस्थान उन्हें बुलाकर सेमिनार आयोजित करवाते है। उन्होंने बताया कि वीरवार को ही शहर के सीआर बीएड कॉलेज और सीआर पब्लिक स्कूल में बच्चों में तनाव को मिटाने के लिए सेमिनार हुआ। वहां उन्होंने 350 विद्यार्थियों को तनाव को दूर करने के टिप्स दिए। वहीं मानसिक बीमारियों के बारे में भी जानकारी दी। डा. शालु ने बताया कि उनके पास पूरे महीने के शिक्षण संस्थानों और जेल आदि का शेडयूल बना हुआ है।

परीक्षाओं के तनाव से बचने के लिए यह करें विद्यार्थी

विद्यार्थियों के लिए आने वाले दिन तनाव भरे हो सकते है। क्योंकि करीब सभी कक्षाओं की परीक्षाएं शुरु हो रही है। ऐसे में डा. शालु ने परीक्षा के तनाव से बचाव के लिए कुछ टिप्स दिए है। अगर इन्हें फोलो किया जाए तो काफी हद तक तनाव को कम किया जा सकता है।

- प्रत्येक दिन पढ़ाई करें।

- प्रत्येक दिन पढ़ाई के समय का प्रबंधन करें।

 - तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन करें।

 - प्रबंधन करते हुए पर्याप्त नींद लें

 - संतुलित भोजन करें।

 - परिवार और दोस्तों के साथ भी समय बिताएं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.