प्याज के बाद अब लहसुन के भी बढ़े दाम, 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा
दो माह पूर्व 50 रुपये किलोग्राम की दर से बिकने वाले लहसुन के दाम इन दिनों 200 रुपये का आंकड़ा छू रहे हैं जिसके चलते गृहणियों की रसोई से लहसुन गायब होने लगा है।
हिसार, जेएनएन। महंगाई की मार से त्रस्त एक ओर जहां मध्यम वर्ग का आर्थिक स्तर गिरता जा रहा है, वहीं प्याज के बाद अब लहसुन ने भी रसोई घर का बजट बिगाड़कर रख दिया है। दो माह पूर्व 50 रुपये किलोग्राम की दर से बिकने वाले लहसुन के दाम इन दिनों 200 रुपये का आंकड़ा छू रहे हैं, जिसके चलते गृहणियों की रसोई से लहसुन गायब होने के आसार बन गए हैं। दो माह में चार गुणा अधिक दर से बिकने के बावजूद इसकी मांग में 20 से 30 फीसदी इजाफा हुआ है।
16 सितंबर 2019 को सब्जी मंडी में लहसून के थोक में दाम 50 रुपये प्रति किलोग्राम थे, जो एक माह बाद बढ़ा गया। उपभोक्ताओं ने इस महंगाई को शायद यह सोचकर नजरअंदाज कर दिया कि शायद कुछ दिन बाद भाव गिर जाएं। लेकिन हुआ इसके बिल्कुल विपरित और 16 नवंबर तक इसके भाव 200 का आंकड़ा छू गए हैं। जबकि रिटेल में लहसुन 250 रुपये किलोग्राम की दर से बिक रहा है।
जहां तक जिक्र प्याज का है तो 16 सितंबर तक आमतौर पर 25 रुपये किलोग्राम की दर से बिकने वाला प्याज अब थोक बाजार में कीमत 50 तक पहुंच गई है। जबकि रिटेल में प्याज के भाव 70 तक पहुंच गए हैं।
इसके अलावा आमतौर पर 30 से 40 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से बिकने वाली अदरक भी और अधिक तीखी होती जा रही है और इन दिनों थोक में 100 रुपये किलोग्राम के भाव से बिक रही है। वहीं दो माह बाद भी टमाटर की लालिमा बरकरार है और थोक रेट में 30 के आंकड़े से गिरने को तैयार नहीं है।
क्या कहते हैं व्यापारी
सब्जी मंडी में श्री गणेश फ्रूट कंपनी के संचालक पंकज चुघ ने बताया कि जयपुर व दिल्ली से लहसुन का आयात किया जा रहा है और दो माह पूर्व की अपेक्षा इसके दाम 4 गुणा तक पहुंच गए हैं। मगर बावजूद इसके सर्दी का मौसम होने के कारण इसकी मांग निरंतर बढ़ती जा रही है।
क्यों खास है लहसुन, जानें क्या है इसके फायदे
सलाद या सब्जी में डालकर लहसुन केवल खाने में इस्तेमाल होने वाला एक पदार्थ नहीं है, बल्कि यह एक गुणकारी दवा भी है। उससे जुकाम, फ्लू, रक्तचाप, कैंसर से बचाव के गुण पाए जाते हैं। लहसुन की तासीर गर्म होने के कारण यह ठंड को दूर करने का कुदरती उपाय है। कई शोध इस बात को साबित कर चुके हैं कि ठंड के दिनों में लहसुन के सेवन से सर्दी नहीं लगती। सर्दियों के मौसम में गाजर, अदरक और लहसुन का जूस बनाकर पीने से शरीर को एंटीबायोटिक्स मिलते हैं और ठंड कम लगती है। सर्दी-जुकाम में लहसुन रामबाण है, इसे दूध में उबालकर पिलाने से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
औषधीय गुणों से भरपूर लहसुन सिर्फ खाने में स्वाद ही नही बढ़ाता बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज, लवण और फॉस्फोरस, आयरन व विटामिन ए, बी व सी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। लहसुन के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है। साथ ही लहसुन में अलिसिन नामक एंटीबॉयटिक भी पाया जाता है जो बहुत से रोगों को होने से बचता हैं।