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रोहतक में झोपड़ियों में आग के बाद 20 परिवार गायब, पुलिस को भी नहीं कोई भनक

रोहतक में ओमैक्स सिटी के पास 29 मार्च की रात झोपड़ियों में आग लगी थी। इनमें रहने वाले 20 परिवार अचानक लापता हो गए हैं। ये असम के परिवार बताए जा रहे हैं। इनके रोहिंग्या और बंग्लादेशी के शक में जांच शुरू की गई थी।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 06:30 AM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 06:30 AM (IST)
रोहतक में झोपड़ियों में आग के बाद 20 परिवार गायब, पुलिस को भी नहीं कोई भनक
रोहतक में 29 मार्च की रात आग में जली झोपड़ियां।

रोहतक [विनीत तोमर]। ओमैक्स सिटी के पास रहने वाले असम के 20 से अधिक परिवार गायब हो गए। इन परिवारों की 29 मार्च की रात झोपड़ी जल गई थी। जिसके एक-दो दिन बाद तक ये दिखाई दिए। इसके बाद उनका कोई अता-पता नहीं है। यहां तक कि संबंधित थाने की पुलिस को भी इनकी कोई जानकारी नहीं है कि अब ये परिवार कहां है हो गए। जिस तरीके से यह सभी परिवार गायब हुए हैं उससे एक बार फिर यह सुर्खियों में आ गए हैं। इन्हें लेकर अब तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।

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दरअसल, ओमैक्स सिटी के पास करीब 20 से अधिक परिवार झुग्गी-झोपड़ी डालकर रह रहे थे। जो खुद को असम का बताते थे और कूड़ा बीनने का काम करते थे। 29 मार्च को रात के समय इनकी झोपड़ियों में आग लग गई थी और सभी झोपड़ी पूरी तरह से जलकर राख हो गई थी। हालांकि इसमें की जान की हानि नहीं हुई थी। झोपड़ियों में आग के बाद इन परिवारों ने यह भी दावा किया था कि उनके सभी दस्तावेज आइडी प्रूफ आदि भी जलकर राख हो गए।

आग लगने के तरीके से उठ रही साजिश की बू

हैरानी की बात यह है कि जिस तरीके से इन झोपड़ियों में आग लगी और सभी झोपड़ी खाक हो गई, लेकिन फिर भी किसी ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज नहीं कराई। आग में झोपड़ी जलने के बाद इन परिवारों ने कहा था कि वह शहर में ही अपने परिचितों के पास ठहर जाएंगे। अब इन परिवारों का कोई अता-पता नहीं है कि यह कहां पर गए।

रोहिंग्या और बंग्लादेशी के शक में की गई थी जांच शुरू

काफी समय से रोहिंग्या को लेकर जांच चल रही है। कुछ साल पहले प्रदेश सरकार ने असम सरकार को भी पत्र लिखा था, जिसमें ऐसे लोगों के बारे में रिकॉर्ड मांगा गया था जो खुद को असम का बता रहे थे। लेकिन असम सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। काफी समय बाद जवाब आया कि जो नाम और पते भेजे गए हैं वह सही नहीं हैं। इन नाम का यहां पर कोई व्यक्ति नहीं है। इसके बाद प्रदेश सरकार ने अपने स्तर पर ही जांच शुरू की थी।

क्या कहती है पुलिस

आइएमटी थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने कहा कि झोपड़ियों में आग लगने के बाद ये परिवार इधर-उधर चले गए थे। फिलहाल ये कहां पर हैं इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। अपने स्तर पर पता किया जाएगा।

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