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प्रशासन ने सरकार को भेजी रिपोर्ट, दिल्ली जाने के लिए बहादुरगढ़ व बादली से 15 रास्ते होंगे तैयार

दिल्ली जाने के लिए बहादुरगढ़ क्षेत्र से 11 और बादली क्षेत्र से चार मार्ग तैयार होंगे। इसके लिए एस्टीमेट तैयार करके सरकार को भेजा गया है। संबंधित प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन रास्तों काे पुख्ता रूप में तैयार किया जाएगा। ताकि लोगों को दिल्ली जाने-आने में परेशानी न हो।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 08:21 PM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 08:21 PM (IST)
प्रशासन ने सरकार को भेजी रिपोर्ट, दिल्ली जाने के लिए बहादुरगढ़ व बादली से 15 रास्ते होंगे तैयार
बहादुरगढ़ के उद्यमियों के साथ टीकरी बार्डर का दौरा करते हाई पावर कमेटी में शामिल अधिकारी।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। आंंदोलन की वजह से 11 माह से बंद दिल्ली के प्रमुख बार्डराें को खुलवाने के लिए तो सरकार प्रयासरत है, लेकिन साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था पर भी काम चल रहा है। दिल्ली जाने के लिए बहादुरगढ़ क्षेत्र से 11 और बादली क्षेत्र से चार मार्ग तैयार होंगे। इसके लिए एस्टीमेट तैयार करके सरकार को भेजा गया है। संबंधित प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन रास्तों काे पुख्ता रूप में तैयार किया जाएगा। ताकि लोगों को दिल्ली जाने-आने में परेशानी न हो। मंगलवार को हाई पावर कमेटी की किसानों के साथ बैठक के बाद झज्जर प्रशासन की ओर से सरकार को भेजी रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख किया गया है। सरकार को भेजी रिपोर्ट के अनुसार गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में यह बैठक हुई।

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इसमें डीजीपी पी के अग्रवाल, रोहतक मंडल आयुक्त पंकज यादव, एडीजीपी संदीप खिरवार व अन्य पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के अलावा संयुक्त मोर्चा की टीकरी बार्डर कमेटी, उद्यमी एसोसिएशन प्रतिनिधि और आरडब्लयूए प्रतिनिधि मौजूद रहे। रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली जाने वाले रास्तों पर किसानों द्वारा पंडाल व झोपड़ियां डालकर रास्ता घेरा हुआ है। इससे अवराेध उत्पन्न हो गया है। इससे आमजन को लंबे समय से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं उद्योगपतियों ने बताया कि इससे काफी नुकसान हो रहा है। उद्योग बंद होते जा रहे हैं। 50 किलोमीटर से घूमकर कच्चा माल मंगवाना पड़ता है। रास्ते न खुले तो उद्योग बंद हो जाएंगे।

दिल्ली जाने के लिए बहादुरगढ़ व बादली से 15 रास्ते होंगे तैयार

वहीं आंदोलनकारी किसानों ने बताया कि दिल्ली जाने वाले रास्ते उन्होंने बंद नहीं किए हैं। दिल्ली जाने वाले अन्य रास्तों की हालत भी खराब है। इस पर बैठक में रिपोर्ट दी गई कि बहादुरगढ़ से दिल्ली जाने वाले 11 रास्तों और बादली से दिल्ली जाने वाले चार रास्तों के निर्माण का एस्टीमेट तैयार करके उच्चाधिकारियों को भेजा गया है। इनकी स्वीकृति के बाद स़ड़कों व रास्तों की मरम्मत और निर्माण का कार्य होगा। इसके बाद मौके की स्थिति का जायजा लेने की बात उठी तो सभी ने सहमति जताई।

टीकरी बार्डर का निरीक्षण किया गया। यहां पाया गया कि बहादुरगढ़ से दिल्ली की तरफ जाने वाले रास्ते में टीकरी बार्डर पर बायीं तरफ की लेन को किसानों द्वारा पंडाल बनाकर बंद किया गया है। पंडाल के पीछे दिल्ली पुलिस द्वारा हाइवे की दोनों लेन को बैरिकेडिंग करके बंद किया गया है। टीकरी बार्डर पर बैरिकेडिंग से बहादुरगढ़ की तरफ आने वाले रास्ते में दोनों लेन में 12 से 15 फीट चौड़ा रास्ता साधनों की आवाजाही के लिए है।

बैठक में आंदोलनकारियों ने अपनी समस्या भी रखी

आंदोलनकारी किसानों द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव को दो ज्ञापन सौंपे गए। साथ ही मांग की गई कि कोविड टीकाकरण के लिए डा. स्वाईमान सिंह द्वारा बुलाई गई टीम को आवश्यक संसाधन मुहैया करवाए जाएं। इस पर एसीएस द्वारा झज्जर उपायुक्त व सिविल सर्जन को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। किसानों ने बताया कि उन्होंने सड़क, सीवर, पानी व बिजली को लेकर भी मांग की है।


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