रोहतक में कोविड केयर सेंटर के संचालन के लिए कार्रवाई शुरू, किसी ने बेड का आर्डर दिया तो किसी ने अन्य तरीके से मदद की
रोहतक में करीब 510 बेड के केयर सेंटर संचालित करने के लिए कार्रवाई शुरू हो गई है। पृत्थी माइक्रोन ट्रस्ट ने शुक्रवार से सेंटर का संचालन करने की बात कही है। दूसरी ओर सांपला-बेरी औद्योगिक क्षेत्र की एसोसिएशन ने 80 बेड व दूसरी सुविधाओं के लिए आर्डर दे दिए हैं।
रोहतक, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से पीड़ित लोगों को बेड की कमी से नहीं जूझना होगा। उद्यमियों और सामाजिक संगठनों के सहयोग से छह स्थानों पर कोविड केयर सेंटर संचालित होंगे। केयर सेंटर में हर सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। यह सुविधा उन्हीं को दी जाएगी जिन्हें आक्सीजन की जरूरत नहीं है। रोहतक में करीब 510 बेड के केयर सेंटर संचालित करने के लिए कार्रवाई शुरू हो गई है। पृत्थी माइक्रोन ट्रस्ट ने शुक्रवार से सेंटर का संचालन करने की बात कही है। दूसरी ओर, सांपला-बेरी औद्योगिक क्षेत्र की एसोसिएशन ने 80 बेड व दूसरी सुविधाओं के लिए आर्डर दे दिए हैं। अगले-चार पांच दिनों में सेंटर शुरू होगा। उद्योगपति राजेश जैन जनसेवा संस्थान में 200 बेड के केयर सेंटर को गोद ले चुके हैं। यहां स्कूल में अगले तीन-चार दिनों में संचालन शुरू होगा। दूसरी ओर, लघु उद्योग भारती दो दिनों के अंदर सेंटर का संचालन शुरू करेंगे।
माइक्रोन फाउंडेशन कल से संचालित करेगा कोविड केयर सेंटर
माइक्रोन पृत्थी फाउंडेशन के करन विग ने बताया कि शीलाबाईपास के निकट हमारी तरफ से 50 बेड का कोविड केयर सेंटर शुक्रवार से शुरू किया जाएगा। यहां रहने वालों को एक भी पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इन्होंने बताया कि सीएमओ डा. अनिल बिरला ने निरीक्षण कर लिया है। यहां रहने वालों के लिए एक प्रतिष्ठित होटल से तीन वक्त का भोजन और नाश्ता आएगा। दवाएं, दूध, फल, टेस्ट का भी इंतजाम रहेगा। मनोरंजन का भी इंतजाम कराएंगे। करन विग का कहना है कि यहां उन्हीं लोगों के लिए ठहरने की व्यवस्था होगी, जिन्हें आक्सीजन की जरूरत नहीं है। परिवार में एक-दो-तीन व्यक्ति ही संक्रमित हुए हैं। घरों में रहने के लिए जगह नहीं। वीरवार की शाम तक कोविड केयर सेंटर को तैयार करा लिया जाएगा। यहां रहने वालों को अपनी जेब से एक रुपया भी खर्च नहीं करना होगा।
मैं पिछले कई दिनों से कोशिश में था कि शहर में कोविड केयर सेंटर का संचालन हो। मैंने प्रशासन से अनुरोध करके उद्यमियों और सामाजिक संगठनों को यही सुझाव दिया कि जो लोग एक-दो कमरों के घरों में रहते हैं। परिवार के एक-दो व्यक्ति संक्रमित हो जाते हैं तो वह कहां जाएं। जिन्हें आक्सीजन की जरूरत नहीं है और पीजीआइ या फिर अन्य स्थान पर मजबूरी में जा भी नहीं सकते। वह सीधे कोविड केयर सेंटरों में आ सकेंगे। यहां हर संसाधन व सुविधा मिलेगी। केयर सेंटर में लोगों का कोई खर्चा होगा। नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद वह अपने घर जा सकेंगे। हम जन सेवा संस्थान में 200 बेड के कोविड केयर सेंटर का संचालन करेंगे।
राजेश जैन, एमडी एवं समाजसेवी, एलपीएस बोसार्ड