पुलिस बल नहीं मिलने से मृत बच्चों की श्मशान भूमि पर बनी दुकानों को लेकर नहीं की जा सकी कार्रवाई
ऋषि नगर स्थित बच्चों के श्मशान घाट की जमीन पर श्मशान घाट सुधार समिति ने 17 अवैध दुकानों का निर्माण कर लिया है।
जेएनएन, हिसार :
ऋषि नगर स्थित बच्चों के श्मशान घाट की जमीन पर श्मशान घाट सुधार समिति ने 17 अवैध दुकानों का निर्माण कर लिया है। इस निर्माण को लेकर दो सप्ताह से विवाद चल रहा है। बृहस्पतिवार को इस पर विराम लगने की उम्मीद थी। मगर गुरुवार को खेदड़ प्लांट में बने विवाद को लेकर पुलिस बल नहीं मिल सका। इसके चलते दुकानों को लेकर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो सकी।
वहीं कई दिनों से विवादों में रहने के बाद आखिरकार श्मशान भूमि सुधार समिति के प्रधान महावीर सैनी ने नगर निगम के भरोसे दुकानों को छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि हम कोई विरोध नहीं करेंग। प्रशासन जैसे चाहे कार्रवाई करें। अब देखने लायक रहेगा कि बच्चों को दफनाने के लिए नगर निगम जमीन को खाली करवाता है या समिति सदस्यों को लाभ पहुंचाने के लिए दुकानों को लेकर खानापूर्ति करता है।
बता दें कि श्मशान भूमि सुधार समिति ने बच्चों की श्मशान की जमीन पर 17 अवैध दुकानों का निर्माण कर दिया। इन दुकानों में 17 ओर दुकानें बनाने का प्रोविजन भी उन्होंने रख छोड़ा। बस स्टैंड के पीछे पूर्व में बनी छह दुकानें प्रशासन ने गिरा दी थी। उन्हें छह दुकानों की जगह 17 दुकानें श्मशान भूमि सुधार समिति ने बना दी। समिति के सदस्यों का कहना था कि दुकानें श्मशान भूमि सुधार समिति की इनकम के लिए बनाई गई थी। सालों पुराने दुकानदारों को पुन: रोजगार का अवसर देना उनका मकसद था। इस प्रकार रहा है विवाद
. श्मशान भूमि सुधार समिति ने बैठक कर हाउस में दुकानों की अनुमति लेने की घोषणा की।
. निगम बीआई व एमई ने जब कार्रवाई करनी चाही तो अधिकारियों ने उन्हें वापस बुला लिया।
. समिति ने निगम आयुक्त से मुलाकात कर दुकानों पर कार्रवाई न कर, निगम के अंर्तगत लेने की बात कहीं।
. नगर निगम की टीम पुन: ज्वाइंट कमिश्नर की अगुवाई में दुकानें तोड़ने के लिए गई। परंतु विधायक का फोन आने पर वापस लौट आए। लेकिन समिति के प्रधान ने लिखित में दिया था कि वह दुकानें किराये पर नहीं देंगे। वहां पर सत्संग हॉल व गैराज बनाएंगे।
. समिति ने दुकानों पर कर्मचारी कक्ष, गैराज आदि के बोर्ड लगा दिए और दीवार ¨खचकर गेट लगा दिया।
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हमारा कोई रुख नहीं है। हम कोई विरोध नहीं करेंगे, जो लिखकर देना था दे दिया। निगम की मर्जी है, दुकानें तोड़े या छोड़े।
महावीर सैनी, प्रधान, श्मशान भूमि सुधार समिति दुकानों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। समाजहित में कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।
- अशोक बंसल, निगम आयुक्त।