लंदन से लौट बेटी ने पिता की अर्थी को दिया कंधा, एक साथ जली तीन चिताएं, नम हुई हर आंख
कनाडा जा रही बेटी को दिल्ली एयरपोर्ट छोड़ लौट रहे परिवार की गाड़ी मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। गाड़ी में सवार छह लोगों में से पिता-चाला सहित 8 साल की बच्ची की मौत हो गई थी।
हिसार/सिरसा, जेएनएन। बेटी को कनाडा जाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट छोड़कर वापस लौट रहे सड़क हादसे में मारे गए एक ही परिवार के तीन सदस्यों का अंतिम संस्कार गुरुवार को एक साथ किया गया। कनाडा जा रही बेटी बीच रास्ते लंदन से ही वापस लौटी और अपने गांव दमदमा पहुंच पिता की अर्थी को कंधा दिया। पिता, चाचा और उनकी बेटी की अर्थी एक साथ जली तो हर आंख नम हो गई। गांव में मातम पसर गया और हर ओर विलाप की आवाज आ रही थी। बेटी के इस साहस को देख हर कोई हौसला बढ़ा रहा था। सिरसा जिले के दमदमा गांव में एक साथ तीन चिताएं जलने से हर कोई सकते में नजर आया।
गौरतलब है कि दिल्ली एयरपोर्ट लौट रहे परिवार की गाड़ी हांसी के पास मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। गाड़ी में सवार पांच लोगों में से दो व्यक्तियों सहित 8 साल की बच्ची की मौके पर मौत हो गई थी, वहीं तीन लोग घायल हो गए थे। गाड़ी का ट्राले के साथ एक्सीडेंट हुआ था। कार में सवार सभी लोग सिरसा जिला के रानियां क्षेत्र के गांव दमदमा के निवासी थे। दमदमा निवासी जसकरण सिंह अपनी बेटी जन्नत को कनाडा भेजने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर गया था। वापसी में हांसी के निकट यह हादसा हो गया। इस हादसे में जसकरण सिंह, उसका भाई गुरमुख व 8 वर्षीय बच्ची गुर गगनदीप कौर की मौके पर ही मौत हो गई थी।
दुर्घटनाग्रस्त कार
जबकि जसकरण की पत्नी हरविंदर कौर, बेटे जसदीप सिंह व बेटी जसकौर को चोटे आई हैं। घायलों को हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मामले में मृतक जसकरण के जीजा मुख्त्यार के बयान पर ट्राला चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
एयरपोर्ट पर परिवार के साथ सेल्फी लेते हुए जन्नत के चाचा गुरमुख
इससे पहले बेटी को कनाडा भेजने को लेकर परिवार खुश भी था तो आंखें नम भी थी। परिवार ने बेटी के साथ आखिरी पलों को कैमरे में कैद भी किया। जिसमें पिता अपनी बेटी के माथे को चूमते नजर आ रहे हैं। एक साथ इतने बड़े दर्दनाक हादसे से परिवार और गांव में मातम छा गया है।
हादसे से पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर अपनी बेटी जन्नत कौर के माथे को चूमते पिता जसकरण
परिजनों ने बताया कि बेटी जन्नत का एडमिशन काॅमर्स स्ट्रीम में हुआ था। वह दाखिले के लिए ही कनाडा जा रही थी। परिजनों ने बताया कि मृतक खेती का काम करते थे और उनकी पेट्रोल पंप में भी हिस्सेदारी थी। परिजनों ने बताया कि बेटी जन्नत कौर के दादा गुरचरण सिंह बाजेवाला, दादी, बुआ व फूफा कनाडा ही रह रहे हैं। उन्हें सूचना दी गई तो वो जन्नत से संपर्क कर वापस सिरसा लौटे और जन्नत लंदन से वापस लौट आई।
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