37 एमएम बरसात ने विकास कार्यों व सीवरेज व्यवस्था की खोली पोल, गलियां जलमग्न, सड़कें धंसी
डोगराम मुहल्ले में जलभराव पर ठेकेदार और पार्षद प्रतिनिधि भिड़े। मेयर के सामने 30 मिनट की बैठक के बाद विवाद शांत। घोड़ा फार्म रोड पर 10 दिन पहले दुरुस्त हुई सड़क करीब 10 फीट धंसी।
जेएनएन, हिसार। 37 एमएम बरसात ने जनस्वास्थ्य विभाग, एचएसवीपी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) और नगर निगम की ओर से शहर में बरसाती पानी निकासी की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। शहर के पॉश एरिया से लेकर कई बाजार तक जगह जलमग्न नजर आए, वहीं नाले-सीवर ओवरफ्लो होने से कई स्थानों पर दो फीट तक जल भराव हो गया। शुक्रवार को करीब दो घंटे तक हुई बरसात ने शहर में चल रहे विकास कार्यों की पोल खोल दी। घोड़ाफार्म रोड पर 10 दिन पहले दुरुस्त की सड़क करीब 10 फीट धंस गई। डोगराम मुहल्ला में चले रहे अमृत प्रोजेक्ट के कार्य के दौरान सड़क पर जलभराव हो गया। ठेकेदार व जनप्रतिनिधि के बीच इस मामले में विवाद हो गया। मेयर गौतम सरदाना ने अधिकारी, ठेकेदार और पार्षद प्रतिनिधि से बैठक कर मामला शांत करवाया।
जलभराव पर डोगरान मुहल्ले में पार्षद प्रतिनिधि व ठेकेदार भिड़े, माफी पर शांत हुआ मामला
डोगराम मोहल्ला अमृत योजना के तहत चल रहे कार्य के दौरान सड़क धंसने और सीवरेज का गंदे पानी का सड़क पर भराव के कारण पार्षद प्रतिनिधि पंकज दीवान और अमृत योजना का कार्य कर रहे ठेकेदार की भिड़त हो गई। पार्षद ने कमिश्नर और मेयर को ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग करते हुए लिखित शिकायत सौंपी तो मेयर ने अफसर व ठेकेदार को तलब कर लिया। पार्षद प्रतिनिधि, अफसर व ठेकेदार के बीच 30 मिनट की मीटिंग हुई। पंकज दीवान ने कहा कि ठेकेदार ने मेयर के सामने माफी मांगी इसलिए मामला शांत हो गया लेकिन मैंने अमृत कार्य के जांच की मांग की है।
घोड़ाफार्म रोड पर धंसी सड़क
वार्ड-20 में घोड़ाफार्म रोड पर 10 दिन पहले ही दुरुस्त हुई सड़क करीब 10 फीट धंस गई है। क्षेत्रवासियों ने बताया कि यहां भी अमृत योजना के तहत सीवरेज लाइन हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के 2 नंबर गेट से विवेक विहार से होते हुए घोड़ाफार्म रोड पर मेन लाइन से जोड़ी गई। जहां लाइन जोड़ी उस प्वाइंट पर सड़क धंस गई। ऐसे में रात को बड़ा हादसा होने की स्थिति पैदा हो गए है।
विधायक आवास के पास दो साल में भी जलभराव नहीं रोक पाया विभाग
विधायक डा. कमल गुप्ता के घर से 100 मीटर के दायरे में बालसमंद रोड घोड़ाफार्म रोड पर जलभराव दो साल में भी जनस्वास्थ्य विभाग नहीं रोक पाया है। पिछले दो साल से विकास कार्य में जनता का पैसा बहाया जा रहा है लेकिन सड़क पर आज भी जलभराव बरकरार है। इसी प्रकार नगर निगम के सामने कालोनी में जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
क्षेत्रवासी बोले : ये कैसी इंजीनियरिंग जो सीएम घोषणा के काम पर भी फेल
जनता के लंबे संघर्ष से प्रदेश मुख्यमंत्री ने घोषणा कर पटेल नगर में 2 करोड़ से अधिक का रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) बनाया। इंजीरियरों ने उसे ऐसा बनाया कि वहां चंद बरसात की बूंदों से भी जलभराव हो जाता है। पानी निकलता नहीं, निकलवाना पड़ता है। क्षेत्रवासी सतीश सहित आसपास के लोग बोले इस निर्माण में तो इंजीनियरिंग फेल नजर आ रही है।
शहर में यहां बनी जलभराव की स्थिति
बस स्टैंड से ऋषि नगर मार्ग, पटेल नगर मार्केट, कृष्णा नगर, मिलगेट एरिया, डोगराम मुहल्ला, विजय नगर, रामपुरा मुहल्ला, सैनियान मुहल्ला सहित आसपास की कई कालोनियां, राजगुरु मार्केट से लेकर लाला लापजत राय मार्केट सहित आसपास के बाजार, शांतिनगर, आजाद नगर से लेकर कैमरी रोड तक कई कालोनियां, फव्वारा चौक, शिव कालोनी, शिव नगर और सूर्य नगर में तो सीवरेज का पानी भी सड़कों पर पहुंच गया। पॉश कॉलोनी अर्बन एस्टेट, डीसी एमसी व दुर्गा कालोनी में भी जलभराव रहा।
अधिकारियों को कहा गया है कि बरसाती पानी निकासी का उचित प्रबंध करे। जहां भी पानी निकासी की समस्या है। जनता संबंधित एरिये के अधिकारी को सूचित करे या विभाग के स्टाफ को इसकी जानकारी दे ताकि वहां पर अधिकारी पानी निकासी की उचित व्यवस्था कर सकें। शहरवासी भी पॉलीथिन का प्रयेाग बंद करें, क्योंकि पॉलीथिन भी सीवरेज जाम का एक कारण बरता है।
- गौतम सरदाना, मेयर नगर निगम हिसार।