नकली सीबीआइ और कस्टम अधिकारी बनकर सोना चोरी करने के दो आरोपितों से 300 ग्राम सोना बरामद
- देर रात 10 बजे सीआइए टीम आरोपितों को महाराष्ट्र से हिसार लाई सात आरोपितों में से दो
- देर रात 10 बजे सीआइए टीम आरोपितों को महाराष्ट्र से हिसार लाई, सात आरोपितों में से दो किए थे काबू, 22 वारदातें कबूलीं
- पुलिस ने अदालत में पेश कर दोबारा सात दिन के रिमांड पर भेजा
जागरण संवाददाता, हिसार: नकली कस्टम अधिकारी बनकर गुलाब सिंह चौक से एक किलो नौ ग्राम सोना चुराने के मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपितों से महाराष्ट्र के पुणे के भिवंडी क्षेत्र से सीआइए ने 300 ग्राम सोना बरामद किया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को मंगलवार को अदालत में पेश किया। जहां से दोबारा से सात दिन के रिमांड पर हासिल किया है। आरोपितों से रिमांड के दौरान चोरी किया गया 800 ग्राम सोना और बरामद किया जाएगा। इसके अलावा आरोपितों के पांच अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए भी महाराष्ट्र में उनके संबंधित ठिकानों पर दबिश दी जाएगी। गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में मुख्यत: देहरादून के माजरा में पटेल नगर निवासी और हाल महाराष्ट्र के पुणे के ईरानी मुहल्ला निवासी समीर खान उर्फ हबीब और देहरादून निवासी विश्वजीत उर्फ विशु को गिरफ्तार किया था। इन दोनों को सात दिन के रिमांड पर लिया था। सीआइए टीम आरोपित से सोना की बरामदगी के लिए उन्हें महाराष्ट्र लेकर गई थी। आरोपितों को मंगलवार को अदालत में पेश करके दोबारा रिमांड पर लिया है।
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दिल्ली सर्राफा बाजार के कारिदे ने दी थी शिकायत
मामले में राजस्थान के चूरू के जोगणिया निवासी परमा राम ने शिकायत दी थी। शिकायत में बताया था कि वह दिल्ली के चांदनी चौक स्थित श्री राम ज्वेलर्स पर सेल्समैन है। सात सितंबर को वह अपने साथी सहित 2059 ग्राम सोना बेचने हिसार आया था। इसमें से 350 ग्राम सोना बेच दिया। जब वे गुलाब सिंह चौक के नजदीक पहुंचे तो एक व्यक्ति ने कहा कि वे कस्टम विभाग से चेकिग वाले हैं। आपके बैग में क्या है, चेक करवाओ। उन्होंने बैग चेक कर उन्हें वापस दे दिए और मोटरसाइकिल पर सवार होकर चले गए। कुछ दूर चलने पर उन्हें शक हुआ कि बैग में वजन कम है। बैग चेक किया तो 700 ग्राम सोने के आभूषण ही मिले और एक किलो के करीब आभूषण गायब मिले। आरोप था बैग चेक करने वाले दो अज्ञात व्यक्तियों ने ही आभूषण चोरी किए हैं। शिकायत पर सिटी थाना में केस दर्ज किया गया। डीआइजी बलवान सिंह राणा के आदेशों पर पुलिस टीमों का गठन कर जांच शुरू की गई। सीआइए की पुलिस टीम ने निरीक्षक नवीन कुमार के नेतृत्व में आरोपितों को गिरफ्तार किया।