22 हजार अभ्यर्थियों ने पास की एचटेट 2019 परीक्षा, सूची जारी नहीं, बायोमीट्रिक का हो रहा मिलान
बोर्ड प्रशासन ने हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा नवंबर-2019 का परिणाम घोषित होने से पूर्व परीक्षार्थियों को बायोमीट्रिक वेरीफिकेशन कराना अनिवार्य किया हुआ है।
भिवानी, जेएनएन। प्रदेशभर के लाखों भावी शिक्षकों को हरियाणा पात्रता परीक्षा परिणाम के लिए कुछ दिन और इतंजार करना होगा। उधर, सूत्रों के अनुसार प्रदेश के करीब 22 हजार भावी शिक्षक सभी तीनों कैटेगरी में पास हुए हैं। बोर्ड प्रशासन ने इन सभी पास परीक्षार्थियों के अंगूठों की जांच करना 30 दिसंबर से शुरू किया हुआ है।
बोर्ड प्रशासन ने हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा नवंबर-2019 का परिणाम घोषित होने से पूर्व परीक्षार्थियों को बायोमीट्रिक वेरीफिकेशन कराना अनिवार्य किया हुआ है। इसके लिए बोर्ड प्रशासन ने प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 22 केंद्र स्थापित किए थे। इन केंद्रों पर 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक जांच प्रक्रिया चलाई थी। वहीं बोर्ड मुख्यालय पर यह प्रक्रिया 5 जनवरी तक जारी रखी।
अब 8 जनवरी तक हो सकेगी बायोमीट्रिक जांच
बोर्ड अध्यक्ष डा. जगबीर सिंह ने जारी एक प्रेस वक्तव्य में सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कुछ परीक्षार्थियों ने अपनी बायोमीट्रिक प्रक्रिया पूर्ण नहीं की हैं। ऐसे परीक्षार्थी 6 से 8 जनवरी तक सुबह नौ से शाम पांच बजे तक अध्यापक भवन बोर्ड मुख्यालय भिवानी में उपस्थित होकर बायोमीट्रिक वेरीफिकेशन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो परीक्षार्थी इन तिथियों में यह प्रक्रिया पूर्ण नहीं करते है, उनका परिणाम घोषित
16 और 17 नवंबर को हुई थी तीन लेवलों की एचटेट परीक्षा
बता दें कि 16 और 17 नवंबर को तीन लेवलों की एचटेट परीक्षा हुई थी। इसके बाद आंसर की जारी कर दी गई थी और 25 दिसंबर तक आंसर की पर आपत्तियां ली गई थी। एक जनवरी को परिणाम घोषित करने की बात कही गई थी। मगर सरकारी छुट्टियां पूरी करने के लिए अवकाश पर गए कर्मियों के कारण अब शायद ही एक जनवरी को परिणाम घोषित हो। वहीं परिणाम को लेकर लाखों अभ्यर्थियों को बेसब्री से इंतजार है। हर बार नवंबर को परीक्षा आयोजित की जाती है। इस बार हालांकि नियमों में फेरबदल किया गया था। बोर्ड की ओर से विरोध के चलते इस बार महिलाओ को मंगलसूत्र और नोज पिन पहन परीक्षा देने की छूट दी थी। मगर नोजपिन को लेकर तकरार हुई। वहीं मंगलसूत्र की छूट देने से महिलाओ ने राहत की सांस ली थी।नहीं किया जाएगा।