136 गांवों के किसानों को सिखाए जाएंगे पराली प्रबंधन के तरीके
जागरण संवाददाता, हिसार : जिले में धान बिजाई वाले 136 गांवों में किसानों को पराली के इस्तेमाल
जागरण संवाददाता, हिसार : जिले में धान बिजाई वाले 136 गांवों में किसानों को पराली के इस्तेमाल और इसे हम किस प्रकार खत्म कर सकते हैं, इसके बारे में बताया जाएगा। इसके लिए प्रशासन की ओर से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। यह बात डीसी अशोक कुमार मीणा ने बुधवार को अपने कार्यालय में अधिकारियों की बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में धान की फसल बोई जाती है, उनमें किसानों को विशेष रूप से फसल अवशेष न जलाने और इसके प्रबंधन के तमाम विकल्पों के बारे में जागरूक किया जाएगा। कृषि अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को समझाएं कि फसलों के अवशेष जलाने से न केवल प्रदूषण बढ़ता है बल्कि इससे धरती की सेहत भी खराब होती है। इसके अलावा सरकार की ओर से दिए जाने वाले यंत्रों और इन पर मिलने वाली सबसिडी के बारे में गांव-गांव जाकर किसानों को बताएं।
उन्होंने बताया कि 9, 17 व 23 अगस्त को जिला व खंड स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम किए जाएंगे, जिसमें किसानों को पराली प्रबंधन के बारे में जागरूक किया जाएगा। बैठक में कृषि उपनिदेशक विनोद फोगाट ने बताया कि विभाग हर गांव में 2 से 5 एकड़ भूमि पर विशेषज्ञों की मदद से पराली प्रबंधन के बारे में प्रदर्शनी लगाकर किसानों को समझाएगा। डीसी ने एडीसी की अध्यक्षता में बनाई कमेटी डीसी ने एडीसी अमरजीत ¨सह मान की अध्यक्षता में जिला स्तरीय मॉनिट¨रग कमेटी बनाई। इस कमेटी में कृषि उपनिदेशक विनोद फोगाट, हकृवि के विशेषज्ञ मुकेश जैन, डीडीपीओ अर्श्वीर ¨सह व सहायक कृषि अभियंता को बतौर सदस्य शामिल किया गया। इसी प्रकार उपमंडल स्तरीय मॉनिट¨रग कमेटी में संबंधित उपमंडल के एसडीएम को अध्यक्ष और उपमंडल कृषि अधिकारी, एसईपीओ तथा तहसीलदार को सदस्य बनाया गया है। खंड स्तरीय कमेटी में बीडीपीओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी में खंड कृषि अधिकारी व बीईओ को सदस्य बनाया गया है। ग्राम स्तरीय कमेटी में सरपंच को अध्यक्ष बनाते हुए एडीओ, ग्राम सचिव व पटवारी को सदस्य मनोनीत किया गया है। ये अधिकारी रहे मौजूद बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अमरजीत ¨सह मान, एसडीएम परमजीत ¨सह, डीडीपीओ अर्श्वीर ¨सह, कृषि उपनिदेशक डा. विनोद फोगाट, एलडीएम बीके धींगड़ा, जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक डा. साहिब गोदारा, प्रगतिशील किसान वजीर ¨सह, विषय विशेषज्ञ डा. प्रवीन कुमार, तकनीकी सहायक डा. शमशेर ¨सह, डा. सोमप्रकाश, डा. विजय कुमार व सहायक कृषि अभियंता पुरुषोत्तम सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।