सूर्यग्रहण पर आर्ट ऑफ लिविग के अनुष्ठान में 12 लाख लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया
जागरण संवाददाता हिसार आर्ट ऑफ लिविंग हिसार शाखा की तरफ से 21 जून को छठे अंतरराष्
जागरण संवाददाता, हिसार: आर्ट ऑफ लिविंग हिसार शाखा की तरफ से 21 जून को छठे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष पर योग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। सामान्य योग प्रोटोकॉल के आधार पर योग का आयोजन तकनीक का सदुपयोग करते हुए ऑनलाइन किया गया। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से सुमेरू संध्या स्टेट कोऑर्डिनेटर नीरज गुप्ता एंव भारती मुंजाल ने किया।
नीरज गुप्ता ने बताया कि सामान्य योग अभ्यासक्रम के तहत सभी योगियों को योग करवाया। प्रार्थना से आरंभ करते हुए, सभी ने खड़े होकर, बैठकर, उदर के बल लेटकर, पीठ के बल लेटकर योगासन किए। उसके पश्चात प्राणायाम एंव ध्यान किया। नीरज गुप्ता ने बताया कि योग भारतीय संस्कृति की अनमोल देन है। योग के लाभ अनन्य हैं और योग को दैनिक जीवन में अपनाकर हम शारीरिक, मानसिक, नैतिक अध्यात्मिक सुख का आनंद ले सकते हैं। योग से हमें चिता मुक्त और तनाव-मुक्त रहने के लिये साधन और तकनीक मिलते हैं। भारती ने कहा कि हम सब जन्म से योगी ही हैं। हम एक बच्चे को देखें तो हम समझ जायेंगे कि योग शिक्षक की आवश्यकता ही नहीं है। विश्व में कोई भी बच्चा 3 महीने से 3 वर्ष की उम्र तक योग के सारे आसन करता है। सांस लेना, जिस तरह वे सोते हैं, जिस तरह से वे मुस्कुराते हैं, यह सब योग है। एक बच्चा एक योग शिक्षक होता है, एक योगी होता है। सूर्यग्रहण के उपलक्ष्य में एक अन्य अनुष्ठान में करीब 12 लाख लोगों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया।