रोहतक के 100 साल पुराने सर्विस क्लब में फिर से लौटेगी रौनक, महकेंगी क्यारियां, इंडोर गेम्स शुरू
सर्विस क्लब में फूलों की क्यारियां बनाईं जाएंगी। चौकीदार के लिए कमरा भी निर्मित कराया जा रहा है। मीटिंग रूम भी तैयार कराया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि क्लब के प्रेसीडेंड रोहतक मंडल आयुक्त होते हैं।
रोहतक [अरुण शर्मा] करीब सौ साल पुराने सर्विस क्लब में एक बार फिर से रौनक लौटेगी। सुविधाओं के टोटे की मार झेलने वाले सर्विस क्लब में मरम्मत के कार्य के बाद बैडमिंटन और टेबल टेनिस के कोर्ट खेलने के लिए खोल दिए गए हैं। हालांकि लॉन टेनिस को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका। फिलहाल यहां मरम्मत के कार्यों के साथ ही सुंदरीकरण के भी कार्य होंगे। दीपावली तक यह सभी कार्य पूरे हो जाएंगे।
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि रोहतक मंडल आयुक्त डी. सुरेश ने क्लब के संचालन को लेकर सक्रियता दिखाई। सर्विस क्लब में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करने के लिए फैसले लिए गए थे। क्लब की आमदनी बढ़ाने के लिए स्थाई और सक्रिय सदस्य बनाने पर जोर दिया गया था। मंडल आयुक्त की सक्रियता के बाद ही यहां मरम्मत के कार्य शुरू हुए। फिलहाल मुख्य गेट पर सुंदरीकरण के भी कार्य शुरू हुए हैं।
यहां फूलों की क्यारियां बनाईं जाएंगी। चौकीदार के लिए कमरा भी निर्मित कराया जा रहा है। मीटिंग रूम भी तैयार कराया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि क्लब के प्रेसीडेंड रोहतक मंडल आयुक्त होते हैं। जिला उपायुक्त गवर्निंग बॉडी में वाइस प्रेसीडेंट, एडीसी जनरल सेक्रेटरी और एसडीएम रोहतक पदेन सेक्रेटरी होते हैं। बताते हैं कि 24 साल पहले मौजूदा मंडल आयुक्त रोहतक में तैनात थे, इसी परिसर में बैंडमिंटन खेलने आते थे।
खेलने और सदस्यता के लिए देना होगा शुल्क
क्लब के संचालन से जुड़े पदाधिकारियों ने दावा किया है कि आजीवन सदस्यता पाने के लिए एंट्री फीस 15 हजार है, जोकि जीवन में एक बार जमा करानी होगी। इसके बाद प्रति साल तीन हजार रुपये शुल्क भी देना होगा। क्लब में बैंडमिंटन खेलने के लिए 10 हजार रुपये प्रति साल अलग से शुल्क देना होगा। टेबल टेनिस खेलने के लिए भी अलग से 3600 रुपये देने होंगे। सूत्रों का यह भी कहना है कि मरम्मत कार्य के बाद राज्यस्तरीय सुविधाओं पर जोर है।
दिसंबर तक सदस्यता शुल्क में नहीं होगी बढ़ोत्तरी
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि दिसंबर तक सदस्यता शुल्क में कोई बढ़ोत्तरी नहीं होगी। इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों का पूरा जोर है कि इस साल 31 दिसंबर तक ज्यादा से ज्यादा सदस्यों को क्लब से जोड़ा जाए। प्रशासनिक अधिकारी कहते हैं कि स्थाई 169 सदस्यों को क्लब से जोड़ा गया है। बताया गया है कि क्लब में सुंदरीकरण व दूसरे कार्य कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारी बैठक में पहले ही अहम फैसले ले चुके हैं। कर्मचारियों को बकाया वेतन भी दिया जा चुका है।
2006 में निर्मित हुई थी नई इमारत
अंग्रेजों के समय से ही क्लब संचालित है। साल 2006 में कांग्रेस राज में नई इमारत का निर्माण हुआ। 2008 और 2013 में भी यहां कार्य हुए। समाज के प्रतिष्ठित लोगों को एक मंच और एक स्थान पर लाने के लिए क्लब कार्य कर रहा है। क्लब से तमाम बड़े राजनेता, प्रशासनिक, पुलिस व दूसरे तमाम अधिकारी, उद्योगपति, व्यापारी और सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं। यहां लाइब्रेरी की भी मांग निर्मित कराने की मांग उठती रही है।
नगर निगम ने दिखाई थी जमीन पाने सक्रियता
नगर निगम ने आय के स्रोत बढ़ाने के लिए सर्विस क्लब को वापस मांगा था। निगम के अधिकारियों ने सर्विस क्लब की जमीन को खुद का बताते हुए यहां व्यवसायिक गतिविधियों का संचालन करने के लिए कहा था। नगर निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा ने मॉल, दुकानें और निगम कार्यालय का संचालन करने की पहल की थी।