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अंडरपास चालू नहीं होने से इफको चौक पर लगता है जाम

इफको चौक पर यू-टर्न फ्लाईओवर का निर्माण होने के बाद भी ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म होने का नाम नहीं। पीक आवर के दौरान इफको चौक से लेकर एमजी रोड स्थित एमजीएफ मॉल के सामने तक ट्रैफिक का दबाव बना रहता है। ट्रैफिक दबाव के पीछे मुख्य कारण अंडरपास चालू न होना है। अंडरपास का निर्माण पूरा करने में एक पेट्रोल पंप बांधा है। स्थिति यह है कि अधूरे अंडरपास में बारिश होते ही जलजमाव हो जाता है। अभी भी दो से तीन फीट पानी जमा है। इस वजह से उसके नींव के कमजोर होने की आशंका बढ़ने लगी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 04:23 PM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 04:23 PM (IST)
अंडरपास चालू नहीं होने से इफको चौक पर लगता है जाम
अंडरपास चालू नहीं होने से इफको चौक पर लगता है जाम

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: इफको चौक पर यू-टर्न फ्लाईओवर का निर्माण होने के बाद भी ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म नहीं हो रही। पीक आवर के दौरान इफको चौक से लेकर एमजी रोड स्थित एमजीएफ मॉल के सामने तक ट्रैफिक का दबाव बना रहता है। ट्रैफिक दबाव के पीछे मुख्य कारण अंडरपास का चालू नहीं होना है। अंडरपास का निर्माण पूरा करने में एक पेट्रोल पंप बांधा है। स्थिति यह है कि अधूरे अंडरपास में बारिश होते ही जलजमाव हो जाता है। अभी भी दो से तीन फुट पानी भरा है। इस वजह से नींव के कमजोर होने की आशंका बढ़ने लगी है।

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दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक जाम की समस्या को खत्म करने के लिए इफको चौक, राजीव चौक एवं सिग्नेचर टावर चौक पर फ्लाईओवर एवं अंडरपास बनाने की योजना दो साल पहले बनाई गई थी। सिग्नेचर टावर चौक पर अंडरपास का काम पूरा हो चुका है। राजीव चौक पर दो अंडरपास तैयार हो चुके हैं। एक अधूरा है। इसी तरह इफको चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण पूरा हो चुका है लेकिन अंडरपास का निर्माण अधूरा है। इफको चौक के नजदीक एमजी रोड पर ट्रैफिक का दबाव काफी अधिक है। जब तक अंडरपास चालू नहीं होगा तब तक समस्या दूर नहीं होगी। एक पेट्रोल पंप की वजह से अंडरपास का काम रुका हुआ है। प्रतिदिन ट्रैफिक का दबाव झेलने वाले पटेल नगर निवासी जतिन चावला कहते हैं कि सुबह साढ़े आठ बजे से 11 बजे तक एवं शाम छह बजे से रात 9 बजे तक ट्रैफिक का दबाव रहता है। अंडरपास में दो से तीन फुट पानी

निर्माण कंपनी की लापरवाही की वजह से अंडरपास में दो से तीन फुट पानी जमा है। इस वजह से अंडरपास के ऊपर खतरा मंडराने लगा है। जानकार बताते हैं कि लगातार पानी जमा होने से दीवार धंसने का खतरा है। यही नहीं पानी जमा रहने से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। हालांकि एनएचएआइ के निदेशक (प्रोजेक्ट) एके शर्मा का दावा है कि जलजमाव से अंडरपास को नुकसान नहीं होना। जलजमाव न हो इसके लिए निर्माण कंपनी को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने जल्द से जल्द पानी निकालने का निर्देश दिया है। जहां तक निर्माण पूरा करने का सवाल है तो हुडा जब तक पेट्रोल पंप को हटाकर जगह नहीं सौंपेगा तब तक स्थिति जस की तस बनी रहेगी।


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