फास्टैग से टोल प्लाजा पर कम होगा जाम का झाम
एक दिसंबर से खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर जाम का झाम कम दिखाई देगा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: एक दिसंबर से खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर जाम में कमी आने की उम्मीद है। इसके लिए दोनों तरफ 11-11 लेन से फास्टैग वाले वाहन ही निकल सकेंगे। दोनों तरफ एक-एक लेन में ही कैश काउंटर रहेगा। साथ ही दोनों तरफ एक-एक लेन वीआइपी के लिए रिजर्व रहेगी। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे रखरखाव कंपनी मिलेनियम सिटी एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड (एमसीईपीएल) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित खेड़कीदौला टोल प्लाजा ट्रैफिक जाम का प्रतीक बना हुआ है। अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के निर्णय से स्थिति में काफी सुधार होने की उम्मीद है। निर्णय के मुताबिक एनएचएआइ के सभी टोल पर फास्टैग की सुविधा होगी। खेड़कीदौला टोल प्लाजा में 25 लेन हैं। फिलहाल सभी लेन में फास्टैग की सुविधा तो है लेकिन सभी लेन में काउंटर से कैश भी जमा कराया जा सकता है। इस वजह से ट्रैफिक का दबाव 24 घंटे बना रहता है। व्यस्त समय के दौरान यानी सुबह आठ बजे से 11 बजे तक एवं शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक ट्रैफिक का दबाव काफी अधिक रहता है।
हालांकि ट्रैफिक जाम से परेशान लोगों का मानना है कि चाहे कितनी भी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाएं, खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर ट्रैफिक का दबाव रहेगा ही क्योंकि जितनी संख्या में वाहन निकलते हैं उसके हिसाब से लेन नहीं हैं। टोल प्लाजा से प्रतिदिन औसतन 80 हजार से अधिक वाहन निकलते हैं। आइएमटी मानेसर स्थित एक ऑटोमोबाइल कंपनी में कार्यरत रमेश दीवान एवं नरेश पंवार कहते हैं कि फास्टैग से कुछ राहत मिल सकती है, पूरी राहत नहीं। पूरी राहत तभी मिलेगी जब टोल प्लाजा हटा दिया जाए। बता दें कि खेड़कीदौला टोल प्लाजा को पचगांव इलाके में केएमपी एक्सप्रेस-वे के नजदीक स्थानांतरित करने का निर्णय प्रदेश सरकार काफी पहले ले चुकी है। अब इसके लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पत्र भी लिख दिया है। टोल प्लाजा के लिए जमीन उपलब्ध होते ही आगे का काम शुरू हो जाएगा। एनएचएआइ के निर्देशानुसार तैयारी शुरू कर दी गई है। एक दिसंबर से खेड़कीदौला टोल प्लाजा के दोनों तरफ की 11-11 लेन से वही वाहन निकल सकेंगे जिनके पास फास्टैग है। एक दिसंबर से पहले सभी फास्टैग ले लें ताकि उन्हें परेशानी न हो। कैश देने की सुविधा केवल एक-एक लेन में होगी। निश्चित रूप से इससे ट्रैफिक का दबाव काफी कम हो जाएगा।
-राघुरामन, सीईओ, मिलेनियम सिटी एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम