फालोअप: कुख्यात गैंगस्टर कुशलपाल सहित तीन आरोपित को भेजा जेल
आइएमटी मानेसर स्थित रॉकलैंड अस्पताल के सामने जान से मारने की नीयत से एक युवक के ऊपर गोली चलाने के तीन अन्य आरोपितों को रिमांड अवधि पूरा होने के बाद सोमवार दोपहर अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया।
जागण संवाददाता, गुरुग्राम: आइएमटी मानेसर स्थित रॉकलैंड अस्पताल के सामने जान से मारने की नीयत से एक युवक के ऊपर गोली चलाने के तीन अन्य आरोपितों को रिमांड अवधि पूरा होने के बाद सोमवार दोपहर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेज दिया गया। तीनों आरोपित गांव खटोला निवासी कुख्यात गैंगस्टर कुशलपाल, बासकुशला निवासी रिकू एवं उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के गांव गोरोला की नांगलिया निवासी वीरेंद्र को क्राइम ब्रांच सेक्टर-39 की टीम ने गांव खटौला पिछले सप्ताह बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें शुक्रवार अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ के दौरान इनके कब्जे से एक स्कार्पियो, दो देशी पिस्तौल, तीन कारतूस, एक मोबाइल फोन की बरामदगी गई।
पिछले महीने 9 अप्रैल को मानेसर निवासी वेदप्रकाश के ऊपर अस्पताल के सामने स्कार्पियो बदमाशों ने गोली चलाई थी। आइएमटी मानेसर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी थी। इस बीच जांच में क्राइम ब्रांच सेक्टर-39 को भी लगा दिया गया। मामले में तीन आरोपित कुछ दिन पहले गिरफ्तार किए गए थे। बेटे के जन्मदिन पर गिरफ्तार हुआ कुशलपाल
कुख्यात गैंगस्टर कुशलपाल के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, चोरी के आरोप में 18 से अधिक मामले दर्ज हैं। पिछले दो दशक से यह अपराध की दुनिया में सक्रिय है। कई बार जेल जा चुका है। फिलहाल फरार चल रहा था। अपनी बुआ के लड़के की हत्या का बदला लेने के लिए इसने कई बदमाशों को योजना में शामिल किया था। 9 मई को अपने बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए अपने गांव खटौला पहुंचा था। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंच गई और काबू कर लिया। मामले में अब तक सात आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। दो आरोपित की गिरफ्तारी बाकी है। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि जल्द ही बाकी आरोपित गिरफ्तार किए जाएंगे पूछताछ के मुताबिक वर्ष 2007 के दौरान वेदप्रकाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर आरोपित योगेंद्र के बड़े भाई मनोज की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वजह से दोनों के बीच रंजिश हो गई। वर्ष 2011 के दौरान वेदप्रकाश एवं उसके साथियों को मनोज की हत्या के मामले में अदालत ने उम्र कैद की सजा सुना दी। वर्ष 2016 के दौरान वेदप्रकाश हाईकोर्ट से जमानत पर जेल से बाहर आया। तभी से उससे बदला लेने की फिराक में योगेंद्र था। योगेंद्र कुख्यात गैंगस्टर कुशलपाल का रिश्तेदार है।
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