चुनाव को लेकर छात्र संगठनों में दिखी हलचल
प्रदेश के कॉलेजों में अगले सत्र से प्रत्यक्ष रूप से चुनाव होंगे। प्रदेश मुख्यमंत्री के इस ब्यान के बाद ही छात्र संगठनों में चुनाव को लेकर हलचल देखने को मिली है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: प्रदेश के कॉलेजों में अगले सत्र से प्रत्यक्ष छात्र संघ चुनाव होंगे। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद से ही छात्र संगठनों में चुनाव को लेकर हलचल देखने को मिली है। जिले के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं का कहना है कि छात्र संघ चुनाव को लेकर जल्द ही बैठक की जाएगी। एबीवीपी के प्रदेश सह-संयोजक मयंक निर्मल ने बताया कि अक्टूबर माह में होने वाले छात्र संघ चुनाव को लेकर जल्द ही जिला स्तर पर बैठक कर योजनाएं बनाई जाएंगी।
नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) के प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज यादव ने बताया कि चुनाव को लेकर जल्द ही तैयारियां शुरू की जाएंगी। पिछले सत्र में अप्रत्यक्ष रूप से हुए छात्र संघ चुनाव का एनएसयूआइ द्वारा बहिष्कार किया गया था। इस बार प्रत्यक्ष रूप से चुनाव होने हैं तो संगठन अपनी भागीदारी दिखाएगा। बता दें कि वर्ष 2018 अक्टूबर में प्रदेश में 22 वर्ष बाद छात्र संघ चुनाव हुए थे। वर्ष 2019 में विधानसभा चुनाव के चलते छात्र संघ चुनाव नहीं हो पाए थे।
गुरुग्राम विवि को लेकर असमंजस
एबीवीपी के पूर्व प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी पारिजात पांडेय ने बताया कि वर्ष 2018 में छात्र संघ चुनाव को लेकर बनाई गई लिगदोह कमेटी के नियमों के तहत यह नियम था कि जिन विश्वविद्यालय और कॉलेज को शुरू हुए तीन साल पूरे नहीं हुए हैं वे छात्र संघ चुनाव का हिस्सा नहीं बनेंगे। उनका कहना है कि गुरुग्राम विवि को शुरू हुए तीन साल पूरे हो गए हैं, लेकिन दाखिला प्रक्रिया पिछले दो साल से चल रही है। ऐसे में असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि विवि चुनाव का हिस्सा बनेगी या नहीं। ऐसे में पिछले वर्ष और इस वर्ष शुरू होने वाले नए राजकीय महाविद्यालय भी चुनाव में शामिल नहीं हो पाएंगे। गठबंधन में नहीं करेगी एबीवीपी
एबीवीपी के प्रदेश सह-संयोजक मयंक निर्मल ने बताया कि संगठन किसी दूसरे संगठन के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगा। एबीवीपी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का संगठन नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हिस्सा है। 15 व 16 फरवरी को रेवाड़ी में संगठन की बैठक होगी। वैसे तो यह बैठक संगठन की योजनाओं और कार्य व समीक्षा को लेकर होनी है, लेकिन अब इसमें छात्र संघ चुनाव अहम विषय बनेगा।