हड़ताल का दिखा आंशिक असर, बसें चलीं
केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर बुधवार को देशव्यापी हड़ताल का आंशिक असर दिखा। सरकारी कार्यालयों में हड़ताल में अधिकारी वर्ग के शामिल न होने से कामकाज पर कोई नहीं पड़ा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर बुधवार को हुई देशव्यापी हड़ताल का जिले में आंशिक असर दिखा। सरकारी कार्यालयों में हड़ताल में अधिकारी वर्ग के शामिल न होने से कामकाज पर कोई नहीं पड़ा। वहीं रोडवेज की बस सेवा भी हड़ताल के चलते प्रभावित नहीं हुई। प्रशासन ने हड़ताल को देखते हुए बस स्टैंड व रोडवेज वर्कशॉप के बाहर काफी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात कर दिए थे। नगर निगम के सफाई कर्मी जहां हड़ताल पर रहे वहीं एजेंसी की ओर से लगे सफाई कर्मी काम करते नजर आए।
शहर के कमला नेहरू पार्क में इंटक, एचएमएस, एआइयूटीयूसी, सीटू आदि श्रमिक संगठनों से जुड़े श्रमिक यूनियनों ने बैठक की। इसके बाद शहर में जुलूस निकाला और श्रमिकों को अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। जुलूस में भारी संख्या में श्रमिक संगठनों के अलावा ई-रिक्शा एसोसिएशन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिड-डे-मील कार्यकर्ता, नगर पालिका कर्मचारी संघ समेत कई यूनियनें शामिल हुईं।
वहीं सरकारी बैंकों में केवल लिपिक वर्ग के कर्मचारी कार्य से दूर रहे। एलडीएम ने बताया कि इससे कोई काम प्रभावित नहीं हुआ। उधर, मानेसर में फैक्ट्रियों में काम करने वाले श्रमिक बड़ी संख्या में हड़ताल में शामिल हुए। श्रमिकों ने आइएमटी मानेसर में विशाल जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। कुछ कंपनियों में पहले से हड़ताल होने के चलते बुधवार को भी काम नहीं हुआ। हालांकि इससे एक ही शिफ्ट प्रभावित हुई।
नगर पालिका कर्मचारी संघ के देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने की वजह से बुधवार को शहर में सफाई का कार्य नहीं किया। सभी सफाई कर्मचारी नगर निगम के पुराने दफ्तर में एकत्र हुए। संघ के नेता नरेश मलकट ने बताया कि कार्यालय में धरना देने के बाद सभी कर्मचारी कमला नेहरू पार्क में जाकर जुलूस में शामिल हो गए। फरुखनगर में हड़ताल पर रहे कर्मचारी:
फरूखनगर में भी नगरपालिका सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिसके चलते शहर के विभिन्न स्थानों पर कूड़े के ढेर लग गए। सफाई व्यवस्था चरमराने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सुबह से ही सफाई कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों पर डटे रहे।