बिल्डरों की मनमानी, सीवर के पानी से तीन एकड़ जमीन बनी गंदा तालाब
बिल्डरों की मनमानी ग्वाल पहाड़ी गांव तथा आसपास के इलाके में रहने वाले पांच हजार लोगों के लिए मुसीबत खड़ा कर कर दी है। गुरुग्राम-फरीदबाद रोड स्थित वैली व्यूट एस्टेट सोसायटी के लिए ड्रेनेज कनेक्शन बीस साल बाद भी नहीं मिला। बिल्डर की ओर से खुले में ही बगैर सीवर का पानी बगैर ट्रीट किए छोड़ा जा रहा है। जिससे गांव से जुड़ी अरावली पहाड़ी वनक्षेत्र की करीब तीन एकड़ जमीन गंदे तालाब में तब्दील हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: बिल्डरों की मनमानी ने ग्वाल पहाड़ी गांव तथा आसपास के इलाके में रहने वाले पांच हजार लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर कर दी है। गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड स्थित वैली व्यूट एस्टेट सोसायटी के लिए ड्रेनेज कनेक्शन बीस साल बाद भी नहीं मिला। ऐसे में बिल्डर की ओर से कोई पुख्ता इंतजाम किए जाने के बजाय खुले में ही सीवर का पानी बगैर ट्रीट किए छोड़ा जा रहा है।
इससे गांव से जुड़ी अरावली पहाड़ी वनक्षेत्र की करीब तीन एकड़ जमीन गंदे तालाब में तब्दील हो चुकी है। गंदे तालाब से गांव के पांच हजार परिवार परेशान हैं, यही नहीं गांव तथा समीपवर्ती इलाकों का भूजल भी दूषित हो रहा है। परेशान लोगों ने सीएम ¨वडो पर शिकायत करने के साथ-साथ कोर्ट जाने का मन बना लिया है। ग्रामीणों ने यह भी कहा की उनकी पीड़ा नहीं सुनी गई तो सड़क जाम करेंगे।
वैली व्यूट एस्टेट सोसायटी में भी करीब पांच हजार परिवार रह रहे हैं। सोसायटी के लिए अभी तक ड्रेनेज व वॉटर कनेक्शन नहीं है। यहां लोगों के घरों में पानी सोसायटी में लगे पंप के जरिये ही उपलब्ध कराया जाता है। अन्य इलाकों की तरह यहां नहरी पेयजल उपलब्ध नहीं है।
सीवर का पानी पहले एक बरसाती नाले में डाला गया था। मगर उस नाले पर एक अन्य बिल्डर ने कब्जा कर लिया, जिससे गंदा पानी भूजल में मिल रहा है। ऐसे में यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा है। हालांकि यहां की आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी ने बताया कि पानी को ट्रीट कर बरसाती नाले में छोड़ा जाता था नाले पर कब्जा होने से पानी खुले में भर रहा है।
इसके विपरीत ग्रामीणों का कुछ और ही कहना है। पूर्व सरपंच व ग्रीवेंस कमेटी गुरुग्राम के सदस्य डॉ. चंद्रभान तंवर, शरण ¨सह, पूर्व सरपंच राम किशन, कर्म ¨सह, सूबेदार सूरज ¨सह समेत कई लोगों का कहना है कि पिछले कई महीनों से बिल्डर अपनी व्यावसायिक और रिहायशी सोसायटी का गंदा पानी ग्वाल पहाड़ी गांव के पुराने तालाब में निकाल रहा है। बदबू व मच्छरों के चलते गांव वालों का जीना मुहाल हो गया है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ग्रामीण अपना हस्ताक्षर लेकर जल्द ही सीएम ¨वडो, प्रदूषण नियंत्रण विभाग, डीटीपी, एसटीपी, नगर निगम कमिश्नर, डीसी के यहां अपनी शिकायत देंगे।
लोगों की पीड़ा से मैं अवगत हूं। संयुक्त आयुक्त व इंजीनिय¨रग सेल को प्लान तैयार कर समस्या दूर करने के निर्देश दिए हैं। जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी। भूजल और वातावरण दूषित नहीं होने दिया जाएगा।
-यशपाल यादव, निगमायुक्त गुरुग्राम