ऑटो क्षेत्र को स्किल्ड मैनपावर की कमी नहीं होने देंगे: मेघवाल
केंद्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि ऑटोमोबाइलन क्षेत्र को स्किल्ड मैन पावर की कमी नहीं होने देंगे।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: केंद्रीय भारी उद्योग राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र को स्किल्ड मैनपावर की कमी नहीं होने देंगे। इसके लिए स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय के साथ तालमेल स्थापित किया जाएगा। उन्होंने रिसर्च एंड डेवलपमेंट को बढ़ावा देने पर भी बल दिया। आइएमटी मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी में (आइकेट) सेंटर में आयोजित न्यू जेन मोबिलिटी समिट 2019 के सफल आयोजन के लिए आइकेट टीम को बधाई दी। समिट के दौरान ऑटोमोबाइल क्षेत्र की बेहतरी के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक निकाय बनाने का जो सुझाव दिया गया है इस पर विचार का उन्होंने आश्वासन दिया। कहा कि यह सुझाव स्वागतयोग्य है।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने यह बातें शुक्रवार को आइएमटी मानेसर स्थित आइकेट सेंटर में आयोजित न्यू जेन मोबिलिटी समिट 2019 के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन के दौरान कहीं। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए फेम इंडिया के अंतर्गत 10 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के उस सूत्र का भी उल्लेख किया कि हमेशा सपने बड़े देखने चाहिए। सपने वह होते हैं जो हमें सोने नहीं देते हैं। उन्होंने समिट में आए प्रतिनिधियों से कहा कि उनके सपने बड़े हैं। उसे निरंतर प्रयास से भलीभूत करें। उन्होंने कहा कि जो रिसर्च पेपर यहां प्रस्तुत किए वह सभी सराहनीय हैं।
देश की अर्थव्यवस्था का जिक्र किया कहा कि आने वाले पांच साल में इसे पांच ट्रिलियन डॉलर के स्तर पर ले जाना है। इस दिशा में सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अगला न्यू जेन समिट अक्टूबर 2021 में प्रस्तावित है वह इस समिट से भी भव्य होना चाहिए। उन्होंने आइकेट टीम को और कड़ी मेहनत करने को प्रेरित किया। कहा कि सरकार हमेशा उनके साथ है। उन्होंने आइकेट के निदेशक निदेश त्यागी की सराहना की।
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बेहतर भविष्य की कामना के साथ समिट का समापन
तीन दिवसीय न्यू जेन समिट-2019 का शुक्रवार को ऑटोमोबाइल क्षेत्र के बेहतर भविष्य की कामना के साथ समापन हो गया। यह समिट आइएमटी मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी में (आइकेट) में आयोजित की गई। तीनों दिन विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों और संभावनाओं को लेकर मंथन किया।
सभी इस बात को लेकर एकमत रहे कि मौजूदा स्थिति में इस क्षेत्र की बेहतरी के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। आरएंडडी की बहुत बहुत जरूरत है। नई टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ने की चुनौती है। ऐसा होगा तो ही संभावनाओं के बड़े द्वारा खुलेंगे। विशेषज्ञों ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर भारत में दबाव बढ़ रहा है। इस दिशा में बिना किसी संकोच के आगे बढ़ने की जरूरत है। समिट का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने किया था।