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शिक्षकों द्वारा तैयार ई-कंटेंट को दीक्षा एप पर पढ़ सकेंगे विद्यार्थी

मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए दीक्षा एप पर जिले के शिक्षकों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र) की प्रचार्य संतोष तंवर के मार्गदर्शन में डाइट प्राध्यापकों द्वारा विभिन्न विषयों का ई-कंटेंट दीक्षा एप पर डाउनलोड किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 05:47 PM (IST)
शिक्षकों द्वारा तैयार ई-कंटेंट को दीक्षा एप पर पढ़ सकेंगे विद्यार्थी
शिक्षकों द्वारा तैयार ई-कंटेंट को दीक्षा एप पर पढ़ सकेंगे विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए दीक्षा एप पर जिले के शिक्षकों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण केंद्र) की प्राचार्य संतोष तंवर के मार्गदर्शन में डाइट प्राध्यापकों द्वारा विभिन्न विषयों का ई-कंटेंट दीक्षा एप पर अपलोड किया जा रहा है। अब विद्यार्थी इस ई-कंटेंट को दीक्षा एप पर पढ़ सकेंगे। इसके लिए जिले में तकनीकी रूप से दक्ष प्राध्यापकों की टीम बनाई गई है।

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बकौल दीक्षा एप की जिला को-ऑर्डिनेटर सुशीला धनखड़, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विद्यार्थियों की पढ़ाई को आसान बनाने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों के शिक्षक अपना योगदान देने में जुटे हुए हैं। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। एससीईआरटी की निदेशक डॉ.किरणमई के नेतृत्व में सभी जिलों में तकनीकी रूप से दक्ष अध्यापकों की एक टीम बनाई गई है, जो दीक्षा एप के लिए ई-कंटेंट बनाने में जुटी हुई है। उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में काम कर रही टीम में डाइट प्राध्यापक अश्विनी शर्मा, रामकिशोर पुनिया, बिदु, मनमोहन शर्मा, इंदु बाला, दीपिका, सविता रानी, रितु ढिल्लो और यशवीर कादयान शामिल हैं। दीक्षा एप पर अब तक प्रदेश में 176 ई-कंटेंट अपलोड हो चुके हैं, जिनमें से जिले के शिक्षकों द्वारा 23 ई-कंटेंट बनाए गए हैं। इस एप पर कक्षा एक से आठ तक के सभी विषयों के पाठ्यक्रम के क्यू-आर कोड उपलब्ध हैं। प्रत्येक पुस्तक में प्रत्येक पाठ के साथ एक क्यूआर-कोड दिया गया है, जिसे स्कैन करने पर डिजिटल कंटेंट देख सकते हैं। ऐसे तैयार करते हैं ई-कंटेट

जिला को-आर्डिनेटर सुशीला धनखड़ ने बताया कि प्रदेशभर में एससीईआरटी की शैक्षिक तकनीकी शाखा प्रभारी पूनम भारद्वाज और डॉ. मनोज कौशिक के नेतृत्व में सभी जिलों की टीम को पाठ्यक्रम के अनुसार ई-कंटेंट बनाने के लिए दिया जाता है। जिला को-ऑर्डिनेटर ई-कंटेंट को विषय अनुसार अपनी टीम के अन्य प्राध्यापकों को अलॉट करते हैं। इसके बाद प्राध्यापक उस कंटेंट को बनाकर पुन: जिला को-ऑर्डिनेटर के माध्यम से एससीईआरटी द्वारा नियुक्त किए गए रिव्यूवर को भेज देते हैं। रिव्यूवर तैयार किए गए ई-कंटेंट को भली प्रकार से पढ़कर उसमें कुछ अपेक्षित सुझाव देते हैं और दक्षता की कसौटी पर खरा उतरने पर उसे पारित कर दिया जाता है। इस प्रकार वह कंटेंट दीक्षा पर प्रकाशित हो जाता है।


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