सामाजिक विज्ञान में छात्रों का ज्ञान बढ़ाएगा शिक्षा विभाग
राष्ट्रीस सेवा योजना (एनएसएस) 2017 की रिपोर्ट के विश्लेषण के आधार पर विद्यालयों में सामाजिक विज्ञान विषय के विद्यार्थियों की कमियों को दूर करने को लेकर शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। निर्देश के अनुसार राज्य के 1053 सरकारी स्कूलों में कक्षा आठवीं में पढ़ रहे विद्यार्थियों की 13 नवंबर 2017 एनएसएस की परीक्षा ली गई थी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) 2017 की रिपोर्ट के विश्लेषण के आधार पर विद्यालयों में सामाजिक विज्ञान विषय के विद्यार्थियों की कमियों को दूर करने की पहल हुई है। शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। निर्देश के अनुसार राज्य के 1053 सरकारी स्कूलों में कक्षा आठवीं में पढ़ रहे विद्यार्थियों की 13 नवंबर 2017 एनएसएस की परीक्षा ली गई थी। इसकी रिपोर्ट मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली तथा राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) नई दिल्ली आदि विभागों की वेबसाइट पर उपलब्ध है। हरियाणा में सामाजिक अध्ययन विषय का स्तर राष्ट्रीय स्तर से कम पाया गया है। सामाजिक विज्ञान विषय की रिपोर्ट का एससीइआरटी एवं जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (डाइट) के विषयों विशेषज्ञों द्वारा विश्लेषण किया गया था।
राज्य के सभी मौलिक जिला शिक्षा अधिकारी एवं डाइट के प्राचार्यो का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था। हरियाणा की एनएसएस रिपोर्ट के विश्लेषण के बाद सामाजिक विज्ञान विषय के प्रति विद्यार्थियों की समझ बढ़ सके। इसके लिए विद्यालयों में तीस सितंबर तक सभी उपकरण पहुंचाए जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं ये निर्देश
-प्रत्येक विद्यालय में न्यूनतम दो ग्लोब हों, जिसमें से एक ¨हदी और अंग्रेजी भाषा में हो।
- हरियाणा भारत एवं संसार का मानचित्र बोर्ड पर बनवाकर स्कूल के बरामदों और कक्षाओं के बाहर लगवाएं।
- हरियाणा और भारत का थ्री डी मानचित्र कक्षा में लगवाएं।
- अध्यापक विद्यार्थियों से प्रति माह प्रति विद्यार्थी विभिन्न उपलब्धियों का चार्ट बनाकर कक्षा में प्रदर्शित करें तथा इस पर विद्यार्थियों से परिचर्चा करवाएं।
-पृथ्वी की आंतरिक संरचना, महत्वपूर्ण अक्षांश एवं तापकटिबंध, सौरमंडल, अक्षांश एवं देशांतर, पृथ्वी के अक्ष का झुकाव तथा कक्षीय समतल, पृथ्वी का परिक्रमण एवं ऋतुएं, प्रधान दिक¨बदु (दिशा), महाद्वीप तथा महासागर, स्थल संधि तथा जल संधि, वायुमंडल की परतें, जैव मंडल, शैल चक्र, ज्वालामुखी, भूकंप की उत्पत्ति, प्रमुख वायुदाब पेटियां, वर्षा के प्रकार (चक्रवर्ती वर्षा, पर्वतीय वर्षा तथा संवहनीय वर्षा), जल चक्र, ज्वार भाटा, महासागरीय धाराएं तथा ग्लोब इन सबका चार्ट डाइट में कार्यरत शिक्षकों की मदद से बनवाएं और कक्षाओं में लगाएं। जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस विषय में निर्देश दे दिए गए हैं। 14 सितंबर से सभी स्कूलों में निर्देश के अनुसार सामाजिक विषय को बढ़ावा देने के लिए मानचित्र और चार्ट लगवाएं जाएंगे। शिक्षा विभाग की इस योजना से विद्यार्थियों का सामाजिक विज्ञान विषय की तरफ रुझान बढ़ेगा।
- प्रेमलता यादव, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, गुरुग्राम