स्टार पाने वाली पंचायतों को गुरुग्राम में सम्मानित किया
साइबर सिटी में शुक्रवार को सेवन स्टार इंद्रधनुष पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें गुरुग्राम व फरीदाबाद मंडल की 2
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: शहर के सेक्टर-64 स्थित ओराना कन्वेंशन में शुक्रवार को सेवन स्टार इंद्रधनुष पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इसमें गुरुग्राम व फरीदाबाद मंडल की 286 स्टार रेटेड पंचायतों को सम्मानित किया गया। इन सभी पंचायतों को प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा व लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर ¨सह के हाथों सम्मान प्राप्त हुआ।
समारोह शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने कहा कि विकास एवं पंचायत मंत्री ने प्रदेश में पढ़ी लिखी पंचायतें बनवाकर ऐतिहासिक बदलाव किया है। उन्होंने कहा कि पहली बार ग्राम पंचायतों के सामाजिक सरोकारों के कार्यों को सरकार द्वारा मान्यता दी गई है। सरपंचों व पंचों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि उनके योगदान के कारण ही हरियाणा के साथ-साथ देश भी आगे बढ़ रहा है। धनखड़ ने इस मौके पर कहा कि जिस प्रकार से लोग अपने माता-पिता की देखभाल करते हैं उसी प्रकार से पूरे गांव की देखभाल करनी चाहिए।
धनखड़ ने कहा कि पहले वर्ष में प्रदेश की 18 प्रतिशत ग्राम पंचायतों ने स्टार जीते हैं, जिसकी हमें उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि उम्मीद यह थी कि प्रदेश की पांच से छह फीसद ग्राम पंचायतें ही स्टार रे¨टग में आ पाएंगी। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से पहले प्रदेश के हर गांव में गौरव पट्ट होगा। 286 ग्राम पंचायतों में से 105 पंचायतें ऐसी हैं, जिनके गांव का एक भी बच्चा घर में नहीं रहता बल्कि सभी बच्चे स्कूल जाते हैं। लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर ने भी ग्राम पंचायतों को स्टार रेटेड करने की इस नई शुरुआत की प्रशंसा की।
इन्हें मिला सम्मान
गुरुग्राम व फरीदाबाद मंडल के अंतर्गत पड़ने वाले छह जिलों की स्टार रेटेड 286 पंचायतों को सम्मानित किया गया। उनमें फरीदाबाद जिला से 19, मेवात से 33, पलवल से 19, गुरुग्राम से 197, महेंद्रगढ़ से 14 व रेवाड़ी जिला से चार पंचायतें शामिल हैं। इन पंचायतों को चार करोड़ 97 लाख रुपये के ईनाम भी दिए गए, जिसमें फरीदाबाद व मेवात जिला को 36-36 लाख, पलवल को 25.5 लाख, गुरुग्राम को तीन करोड़ 76 लाख, महेंद्रगढ़ को 16.5 लाख व रेवाड़ी को सात लाख रुपये का पुरस्कार मिला। यह राशि आरटीजीएस के जरिए सीधे ग्राम पंचायतों के खाते में डाली गई है। इस मौके पर विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल व निदेशक संजय जून भी मौजूद रहें।