एनएसजी का बना रहेगा स्वतंत्र अस्तित्व: डीजी
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक अनूप कुमार सिंह का मानना है कि इस बल का स्वतंत्र अस्तित्व रहना चाहिए।
आदित्य राज, गुरुग्राम
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक अनूप कुमार सिंह का कहना है कि इस बल का स्वतंत्र अस्तित्व हमेशा बना रहेगा। इसे किसी दूसरे बल में सम्मिलित करने का सवाल ही नहीं है। पता नहीं कहां से इसे किसी दूसरे बल में सम्मिलित करने की चर्चा शुरू हुई है। यह देश के प्रमुख बलों में से एक है। आतंकवाद के खिलाफ भूमिका निभाने में इसका कोई सानी नहीं है।
वे बुधवार को आइएमटी मानेसर स्थित एनएसजी के नेशनल बम डाटा सेंटर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के दौरान 'दैनिक जागरण' से खास बातचीत कर रहे थे। एनएसजी महानिदेशक (डीजी) अनूप कुमार सिंह ने कहा कि एनएसजी की भूमिका दिनोंदिन बढ रही है। न केवल इसे आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कहीं भी भेजा जाता है, बल्कि वीवीआइपी सुरक्षा में भी यह तैनात है। जब कभी भी आवश्यकता पड़ी, इस बल ने बेहतर प्रदर्शन किया है। आतंकवादी काफी आगे की सोचने लगे हैं। उसे ध्यान में रखकर पूरी दुनिया को भी आगे सोचना होगा। इस दिशा में एनएसजी प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में आतंकवादी किस स्तर पर जा सकते हैं, किस तरह आइईडी का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसके मद्देनजर काम हो रहा है। जवानों को प्रशिक्षित करने के साथ ही उन्हें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। ड्रोन से आइईडी को कैसे डिफ्यूज (निष्क्रिय) किया जा सकता है, इस दिशा में काम हो रहा है। इसे ध्यान में रखकर इस बार सेमिनार के दौरान प्रदर्शनी लगाने के लिए अधिकतर स्टार्टअप को ही आमंत्रित किया गया है। खुशी की बात है कि देश के स्टार्टअप नई-नई तकनीक ईजाद कर रहे हैं। जिम्मेदारी तय करना सरकार का काम
पिछले कुछ समय से वीवीआइपी सुरक्षा से एनएसजी के कमांडो को हटाने की चर्चा चल रही है, इसके जवाब में एनएसजी के डीजी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखकर कुछ वीवीआइपी को एनएसजी की सुरक्षा मिली है। यह सरकार का निर्णय है। जब सरकार कहेगी कि वीवीआइपी सुरक्षा में एनएसजी के कमांडो तैनात नहीं रहेंगे, फिर नहीं रहेंगे। जहां तक जम्मू-कश्मीर या कहीं भी एनएसजी को तैनात करने का सवाल है, तो फिलहाल इस बल का काम आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देकर वापस अपनी जगह पर आना है। किसकी क्या जिम्मेदारी होगी, यह तय करने का काम सरकार का है। किसी भी स्तर पर की जिम्मेदारी संभालने में एनएसजी सक्षम है।