चलो गांव की ओर : आदर्श गांव बनने की ओर अग्रसर सिकंदरपुर
गांव में भाई-चारा हो और पंचायत जागरुक हो तो गांव की सूरत बदली जा सकती है।
गांव में भाई-चारा हो और पंचायत जागरुक हो, तो गांव की सूरत बदली जा सकती है। यह कर दिखाया है गांव सिकंदरपुर के लोगों और यहां की पंचायत ने। बीते चार साल में गांव की तस्वीर बदल चुकी है। कच्ची गलियों में सड़क बन चुकी है। गंदगी गांव में नजर नहीं आती। गांव में ही कूड़ा निस्तारण सेंटर बना दिया गया है। ग्राम पंचायत ने जिला प्रशासन और आसपास की निजी कंपनियों के साथ मिल गांव में कई कार्य कराए हैं। पंचायत द्वारा गांव में बिल्डरों द्वारा किए गए अतिक्रमण को भी हटवाया गया है। यह मामला चंडीगढ़ मुख्यालय में भी पहुंचा था। विकास कार्य से ग्रामीण खुश हैं। वह चाहते हैं कि उनका गांव आदर्श गांव बनकर अन्य पंचायत के लिए नजीर बनें।
गांव में रोजाना सुबह के समय सफाई की जाती है। इसके लिए गांव की पंचायत और निजी कंपनी के सहयोग से गांव की सफाई के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली दी गई है। यह ट्रैक्टर-ट्रॉली नियमित रूप से गांव में सभी घरों से कचरा एकत्रित करती है। इसके बाद गांव से बाहर बने कूड़ा निस्तारण केंद्र में इसका निस्तारण होता है। गांव की गलियों में सफाईकर्मियों द्वारा रोजाना सफाई की जाती है। गांव में सफाईकर्मी सफाई के बाद कचरे को गांव से बाहर ही डालते हैं। ग्राम पंचायत द्वारा समय-समय पर सफाई अभियान भी चलाया जाता है। इसमें गांव की गलियों में सफाई की जाती है। गांव में पहले कई जगह गंदगी के ढेर लगे रहते थे, लेकिन अब सभी जगह सफाई कराई जा चुकी है। कचरे का समाधान भी हो चुका है।
गांव में पंचायत की ओर से निजी कंपनियों के साथ मिलकर सोलर लाइट लगवाई गई हैं। वाटिका और होंडा कंपनी की तरफ से गांव में करीब 90 स्ट्रीट लाइटें लगवाई गई हैं। इनसे गांव की गलियों में रहने वाला अंधेरा दूर हो गया है। इसके अलावा गांव में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग से मिलकर कार्य किया जा रहा है। गांव में रात के समय पीसीआर भी गश्त करती है। गांव के लोगों का कहना है कि लाइटें लगने से आपराधिक घटनाओं में भी काफी कमी आई है। गांव में पंचायत की ओर से हेल्थ केयर सेंटर का भी नवीनीकरण कार्य पूरा किया जा चुका है। यहां ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाती है। पंचायत द्वारा गांव में अन्य समस्याओं को भी दूर करवाया जा चुका है।
गांव में पहले कई गलियां कच्ची थीं। इनमें गंदा पानी जमा रहता था। अब पंचायत द्वारा सभी गलियों में लॉकिग टाइल लगाकर और आरसीसी से पक्का बना दिया गया है। इसके साथ ही गंदे पानी की निकासी के लिए नाले बने हैं। गांव में पंचायत द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण भी कराया जा चुका है। गांव में सरकारी स्कूल की इमारत की मरम्मत के साथ रंगरोगन का कार्य कराया गया है। सरकारी स्कूल का नाम शहीद सूबेदार पार्थ सिंह के नाम से कर दिया गया है। स्कूल में शहीद सूबेदार पार्थ सिंह की मूर्ति भी लगाई गई है। गांव के सरकारी स्कूल में बेहतर परिणाम आने पर ग्राम पंचायत द्वारा मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया जाता है। इसके अलावा गांव में समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर और रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जाता है। गांव का इतिहास
गांव सिकंदरपुर गुरुग्राम मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर दूर मानेसर तहसील में है। गांव के चारों ओर बिल्डरों द्वारा फ्लैट्स बनाए गए हैं। गांव आपसी भाइचारे के लिए जाना जाता है। गांव में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर साल बाबा श्याम मेले का आयोजन होता है। जनसंख्या 30000
वोटर 2300
साक्षरता दर 90 प्रतिशत
गांव में ग्राम पंचायत द्वारा पिछले चार साल में कई बेहतर कार्य कराए गए हैं। गांव में हर साल परीक्षा परिणाम आने के बाद मेधावी छात्रों को सम्मानित किया जाता है। इससे दूसरे छात्रों पर भी असर पड़ता है। गांव की सबसे अधिक पढ़ी-लिखी बेटी ध्वजारोहण करती है।
-बलबीर सिंह गांव में प्रतिदिन सफाई की जा रही है। लगभग सभी गलियों से ट्रैक्टर के माध्यम से कचरा उठाया जा रहा है। कचरे के निस्तारण के लिए भी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही गांव के युवा और पंचायत द्वारा सफाई अभियान चलाया जाता है। गांव में पहले गंदगी के ढेर लगे रहते थे।
-महावीर सिंह गांव में पहले कई गलियां कच्ची थीं। इससे ग्रामीणों को काफी परेशान होना पड़ता था। अब लगभग सभी गलियों को टाइल बिछाकर पक्का बना दिया गया है। जिन रास्तों पर कब्जे किए गए थे, उनमें परिवार के लोगों को पंचायत द्वारा समझा कर कब्जे को हटा दिया गया है। अब गांव के सभी रास्ते पक्के और चौड़े हैं।
-धर्म सिंह गांव में विकास कार्यों को लेकर पंचायत को कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। स्वतंत्रता दिवस पर गांव की पंचायत को सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही खुले में शौचमुक्त, म्हारा गांव-जगमग गांव, सफाई व्यवस्था को लेकर भी पंचायत सम्मानित हो चुकी है। स्टार रैंकिग में भी गांव को कई स्टार मील हैं।
-रोहतास
पंचायत द्वारा सरकार, जिला प्रशासन के साथ ही क्षेत्र में बनी निजी कंपनियों द्वारा सीएसआर योजना से कई विकास कार्य गांव में कराए हैं। निजी कंपनियों के सहयोग से वाटर एटीएम और कुछ रास्तों को पक्का बनवाया गया। इसके साथ ही गांव कई जगह निजी कंपनी के सहयोग से कमरे बनवाए गए हैं।
-ओमप्रकाश
ग्राम पंचायत द्वारा गांव में सफाई, स्वास्थ्य और शिक्षा पर बेहतर कार्य किया जा रहा है। गांव में पंचायत द्वारा स्कूल की मरम्मत कार्य, हेल्थ केयर सेंटर की मरम्मत, स्वास्थ्य शिविर लगाना, नियमित रूप से सफाई अभियान चलाने जैसे कार्य किए जाते हैं। गांव में समय-समय पर रक्तदान शिविर लगाया जाता है।
-गीता देवी
गांव की सभी समस्याओं को दूर करने के लिए कार्य किया जा रहा है। अधिकतर समस्याओं को दूर किया जा चुका है। कुछ समस्याएं अभी भी गांव में है। इनको दूर करने के लिए जिला प्रशासन से सहयोग मांगा गया है। स्थानीय विधायक द्वारा भी गांव में कई विकास कार्य कराने की बात कही गई है।
-सुंदरलाल यादव, सरपंच, गांव सिकंदरपुर गांव विकास की ओर अग्रसर है। यह सुनकर अच्छा लग रहा है। पंचायत बढि़या काम कर रही है। जिला प्रशासन हर सहयोग के लिए तत्पर है। सरकार की जो भी योजनाएं होगी, सभी का लाभ गांव के लोगों को मिलेगा।
अमित खत्री, उपायुक्त
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प्रस्तुति : गोविन्द फलस्वाल