डीजल जेनरेटर मामले में प्रधानमंत्री से मिलने का मांगा समय
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत 15 अक्टूबर से डीजल जेनरेटर के संचालन पर दिल्ली-एनसीआर में प्रतिबंध लग गया है। इसका सबसे नकारात्मक असर उद्योग जगत पर पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के तहत 15 अक्टूबर से डीजल जेनरेटर के संचालन पर दिल्ली-एनसीआर में प्रतिबंध लग गया है। इसका सबसे नकारात्मक असर उद्योग जगत पर पड़ रहा है। अब बिजली उपलब्ध नहीं होने पर औद्योगिक इकाइयों में काम पूरी तरह से बंद हो जाता है। ऐसे में देश की अर्थव्यवस्था में विशेष योगदान देने वाले उद्योगों का काफी नुकसान हो रहा है। इसी मुद्दे को लेकर गुड़गांव इंडस्ट्रियल एसोसिएशन (जीआइए) के अध्यक्ष जेएन मंगला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख उनसे मिलने का समय मांगा है। उनका कहना है कि यदि उन्हें समय मिला तो इस समय उद्योगों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराएंगे।
जेएन मंगला ने कहा कि उद्यमियों की ओर से लगातार यह कहा जा रहा है कि वायु प्रदूषण के सबसे ठोस कारणों को छोड़ सिर्फ उद्योगों पर सख्ती की जाती है। जबकि औद्योगिक इकाइयों में सरकारी मानक के अनुरूप ही उत्सर्जन किया जाता है। इसके बावजूद उद्योगों की राह को जटिल बना दिया जाता है। जेएन मंगला ने कहा कि ग्रेप से पहले जब भी बिजली उपलब्ध नहीं होती थी तो उद्यमी जेनरेटर चलाकर उत्पादन कर लेते थे। अब ऐसा नहीं है। काम पूरी तरह से बंद हो जाता है। उद्यमियों की इन्हीं समस्याओं से प्रधानमंत्री को अवगत कराने की मंशा है।