मिशन-एडमिशन: किसी कोर्स में सीटें बढ़ीं तो किसी में घटी
उच्चतर शिक्षा विभाग ने नए सत्र में कॉलेजों के विभिन्न स्नातक व स्नातकोत्तर कोर्सों की सीटों में फेरबदल किया है। एक ओर जहां कई कोर्सों में सीटें बढ़ी हैं तो कुछ में सीटें घटा दी गई हैं। इस समय में जिले के कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया चल रही है। ज्यादातर विद्यार्थियों ने अपने पसंदीदा कोर्सों में दाखिले के लिए आवेदन कर दिए हैं। जरूरत के हिसाब से सीटें बढ़ाई और घटाई गई हैं।
पिकी राय, गुरुग्राम
उच्चतर शिक्षा विभाग ने नए सत्र से कॉलेजों के विभिन्न स्नातक व स्नातकोत्तर कोर्सों की सीटों में फेरबदल किया है। एक ओर जहां कई कोर्सों में सीटें बढ़ी हैं, तो कुछ में सीटें घटा दी गई हैं। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कॉलेजों में प्राध्यापक व संसाधनों को देखते हुए कोर्सों में सीटें बढ़ाई और घटाई गई हैं।
बता दें कि प्रदेश के कॉलेजों द्वारा उच्चतर शिक्षा विभाग को अप्रैल माह में नए कोर्स और सीटों से संबंधित मांगें भेजी गई थीं। नया सत्र शुरू होने से पहले विभाग द्वारा नए कोर्स और सीटें बढ़ा दी गई हैं। इन पर इसी सत्र से दाखिले भी दिए जाएंगे। जिले के राजकीय कॉलेजों में मिशन एडमिशन के तहत दाखिला प्रक्रिया चल रही है। विद्यार्थी अपने पसंदीदा कोर्सों में दाखिले के लिए आवेदन कर रहे हैं। महिला महाविद्यालय में बीएससी मेडिकल में घटाई सीटें
जिले के सेक्टर-14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में बीएससी मेडिकल की सीटों की संख्या में कमी कर दी गई हैं। कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय अदलखा ने बताया कि मेडिकल कोर्स को लेकर हाल ही में उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश दिए गए हैं। उसके अनुसार बीएससी मेडिकल कोर्स में एक यूनिट कम कर दी गई हैं। पहले कॉलेज में बीएससी मेडिकल की 320 सीटें थीं, जो नए सत्र में घटाकर 240 कर दी गई हैं।
कॉलेज के नोडल आफिसर संदीप मान ने बताया कि मेडिकल कोर्स में चुनिदा विद्यार्थी ही रूचि लेते हैं। आगे की पढ़ाई महंगी होने के कारण अक्सर विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई स्थगित करनी पड़ती है। ऐसे में वे किसी अन्य कोर्स में दाखिला ले लेते हैं। बता दें कि कॉलेज में साइंस के मेडिकल और नॉन मेडिकल कोर्स में 640 सीटें हैं। इसके अलावा एमएससी कंप्यूटर साइंस में सीटें बढ़ाई गई हैं। पहले इसमें 40 सीटें थीं जो नए सत्र में बढ़ाकर 60 कर दी गई हैं। पिछले वर्षों के डेटा के आधार पर मेडिकल कोर्स में 50 फीसद सीटों पर ही दाखिला हुआ था। ऐसे में कॉलेज के पूर्व प्रबंधक द्वारा इस कोर्स में सीटें कम करने के लिए उच्चतर शिक्षा विभाग से कई बार मांग की जा चुकी थी, जिसको नए सत्र में मंजूरी मिली है।
- डॉ. विजय अदलखा, प्राचार्य, सेक्टर-14 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय
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