कई स्कूलों ने पाठ्यक्रम में अपनाया संस्कारशाला
विद्यार्थियों में अच्छाई की समझ उत्पन्न करने के लिए दैनिक जागरण की मुहिम संस्कारशाला को अब साइबर सिटी के स्कूलों ने अपने पाठ्यक्रम में भी अपनाना शुरू कर दिया है। संस्कारशाला के तहत पिछले दो माह से 'शिक्षक का महत्व', 'मैं नहीं हम', 'ख्वाहिशें पूरी परवरिश अधूरी', 'अपेक्षाओं का अंबार', 'फिट हैं तो हिट हैं', 'सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से उपयोग', '¨जदगी का लक्ष्य खुश रहना' व 'बेहतर पर्यावरण बेहतर जीवन' विषय के अंतर्गत कहानियां व प्राचार्यों का आलेख प्रकाशित हुए हैं। साथ ही उपरोक्त विषय पर शहर के विद्यालयों में कार्यशाला और असेंबली टेकओवर का भी आयोजन किया जा रहा है। विषयों की सार्थकता और उपयोगिता को स्वीकारते हुए शहर के विद्यालयों ने संस्कारशाला को अपने पाठ्यक्रमों में अपनाया है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : विद्यार्थियों में अच्छाई की समझ उत्पन्न करने के लिए दैनिक जागरण की मुहिम संस्कारशाला को अब साइबर सिटी के स्कूलों ने अपने पाठ्यक्रम में भी अपनाना शुरू कर दिया है। संस्कारशाला के तहत पिछले दो माह से 'शिक्षक का महत्व', 'मैं नहीं हम', 'ख्वाहिशें पूरी परवरिश अधूरी', 'अपेक्षाओं का अंबार', 'फिट हैं तो हिट हैं', 'सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से उपयोग', '¨जदगी का लक्ष्य खुश रहना' व 'बेहतर पर्यावरण बेहतर जीवन' विषय के अंतर्गत कहानियां व प्राचार्यो के आलेख प्रकाशित हुए हैं। साथ ही उपरोक्त विषय पर शहर के विद्यालयों में कार्यशाला और असेंबली टेकओवर का भी आयोजन किया जा रहा है। विषयों की सार्थकता और उपयोगिता को स्वीकारते हुए शहर के विद्यालयों ने संस्कारशाला को अपने पाठ्यक्रमों में अपनाया है। इन स्कूलों के पाठ्यक्रम में 'जागरण संस्कारशाला'
अभी तक दैनिक जागरण संस्कारशाला को सेक्टर-40 स्थित रेयान पब्लिक स्कूल, रोजलैंड पब्लिक स्कूल व सनसिटी स्कूल ने अपने पाठ्यक्रम में अपनाया है। संस्कारशाला को पाठ्यक्रम में शामिल करने को लेकर रेयान पब्लिक स्कूल की प्राचार्य निशा शर्मा ने कहा कि भौतिकता के युग में संस्कार ही नैतिक मूल्यों का आधार है। बच्चों को संस्कारों से जोड़ने के लिए दैनिक जागरण का संस्कारशाला सही प्रयास है। हमने इसे पाठ्यक्रम में भी शामिल किया है और संस्कार विषय पर बाकायदा कक्षाएं भी लगाई है। वहीं, रोजलैंड पब्लिक स्कूल की प्राचार्य पूनम ने कहा कि दैनिक जागरण संस्कारशाला से प्रेरित होकर हमने संस्कार व नैतिक मूल्य विषय पर चर्चा के लिए शिक्षाविदों को भी आमंत्रित किया था। अब पाठ्यक्रम के माध्यम से भी बच्चे इस से जुड़ेंगे। सनसिटी स्कूल में इसकी शुरुआत करने वाली वीणा राघव ने भी कहा कि संस्कारशाला के सार्थक परिणाम को नजर में रखते हुए हमने इसे पाठ्यक्रम में जोड़ा है। संस्कारशाला से बच्चों को सकारात्मक दिशा निर्देश देकर समाज में बुराई को खत्म कर सकते हैं। दैनिक जागरण की यह मुहिम सराहनीय है।