कम असर के बाद भी रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल जारी
प्रदेश सरकार द्वारा 720 निजी बसों को परमिट जारी करने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल कम असरदार साबित होने के बाद भी जारी है। गुरुग्राम के अंदर ही आने-जाने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है, क्योंकि सभी सिटी बसों की सेवाएं जारी हैं। सिर्फ हरियाणा के अन्य जिलों सहित दूसरे प्रदेश को जाने वाली बसों की सेवा पर इसका थोड़ा असर दिखाई दे रहा है। यात्रियों का कहना है कि कर्मचारियों को अपना हट छोड़ सरकार से बातचीत करनी चाहिए। जिससे बीच का रास्ता निकल सके।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : प्रदेश सरकार द्वारा 720 निजी बसों को परमिट जारी करने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल कम असरदार साबित होने के बाद भी जारी है। गुरुग्राम के अंदर ही आने-जाने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो रही है, क्योंकि सभी सिटी बसों की सेवाएं जारी हैं। सिर्फ हरियाणा के अन्य जिलों सहित दूसरे प्रदेश को जाने वाली बसों की सेवा पर इसका थोड़ा असर दिखाई दे रहा है। यात्रियों का कहना है कि कर्मचारियों को अपना हट छोड़ सरकार से बातचीत करनी चाहिए। जिससे बीच का रास्ता निकल सके।
रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में एचएसईबी वर्कर्स यूनियन गुरुग्राम सर्कल की हड़ताल लगातार नौवें दिन जारी रही। मंगलवार को महरोली रोड स्थित सर्कल कार्यालय पर बिजली कर्मचारियों ने काफी देर तक प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसकी अध्यक्षता सिटी यूनिट प्रधान र¨वद्र यादव ने की। मंच संचालन यूनिट सचिव रामनिवास गुलिया ने किया। इस दौरान यूनियन के गुरुग्राम सर्कल सचिव मुकेश भयाना ने कहा कि प्रदेश सरकार तानाशाही पर उतर आई है। सरकार कर्मचारी विरोधी नीतियों को अपनाकर रोडवेज का निजीकरण पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कर रही है।
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल 16 अक्टूबर से शुरू हुई है। तब से अब तक इसका कोई खास नकारात्मक असर यात्रियों पर नहीं पड़ा है। सिर्फ रोहतक, पानीपत, हिसार, सिरसा, चंडीगढ़ सहित अन्य स्थानों पर जाने वाले यात्री थोड़ा-बहुत प्रभावित हो रहे हैं। वहीं लघु सचिवालय के सामने तालमेल कमेटी के लोग रोडवेज कर्मचारियों के धरने के समर्थन में बैठे हैं।