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इंजीनियरिग विग के चार अधिकारियों समेत तीन ठेकेदारों पर कार्रवाई की सिफारिश

नगर निगम द्वारा शहर में किए जाने वाले विकास कार्यो को लेकर कुछ पार्षदों के फर्जी कार्य संतुष्टि पत्र से राशि का भुगतान कराने के प्रयास के मामले में जांच रिपोर्ट के आधार कार्रवाई की गई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 08:16 PM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 08:16 PM (IST)
इंजीनियरिग विग के चार अधिकारियों समेत तीन ठेकेदारों पर कार्रवाई की सिफारिश
इंजीनियरिग विग के चार अधिकारियों समेत तीन ठेकेदारों पर कार्रवाई की सिफारिश

गौरव सिगला, नया गुरुग्राम

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नगर निगम द्वारा शहर में किए जाने वाले विकास कार्यो को लेकर कुछ पार्षदों के फर्जी कार्य संतुष्टि पत्र से राशि का भुगतान कराने के प्रयास के मामले में जांच रिपोर्ट के आधार कार्रवाई की गई। निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने शहरी निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दोषी अधिकारी एवं ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई करने की सिफारिश की है। इनमें कार्यकारी अभियंता गोपाल कलावत, पंकज सैनी, एसडीओ विक्की, कनिष्ठ अभियंता विनोद व संलिप्त ठेकेदार दिलावर सिंह, राजकुमार व पवन बल्हारा शामिल हैं।

बता दें कि पिछले दिनों निगम आयुक्त द्वारा 12 ऐसे मामले पकड़े गए थे, जिनमें पार्षदों के फर्जी संतुष्टि पत्र लगाकर भुगतान का प्रयास करने का मामला सामने आया था। इसे लेकर निगम आयुक्त ने जोन-4 के संयुक्त आयुक्त प्रदीप अहलावत की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई थी और 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश थे। बीते सप्ताह प्रदीप अहलावत ने अपनी रिपोर्ट निगम आयुक्त को सौंप दी थी। मुख्यमंत्री के समक्ष उठा मुद्दा

शनिवार को मुख्यमंत्री की कष्ट निवारण समिति में भी फर्जीवाड़ा का यह मामला उठा और मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई की बात कही थी। शनिवार को ही निगम आयुक्त ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कार्रवाई की सिफारिश दर दी।

निगम आयुक्त ने लिखे पत्र में बताया कि उन्हें शिकायतें मिल रही थीं कि सड़कों एवं गली की मरम्मत, सीवर लाइन डालने, नालों की सफाई इत्यादि विकास कार्यो के अंतिम भुगतान में वार्ड पार्षद के फर्जी संतुष्टि पत्र का इस्तेमाल किया गया है। पत्रों में कोई तिथि और वर्क आर्डर नंबर नहीं लिखा गया है। मामले के लिए गठित की गई जांच कमेटी ने पूरी जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें इसका पर्दाफाश हुआ कि ठेकेदारों के फर्जी संतुष्टि पत्र और इंजीनियरिग विग के उक्त अधिकारियों की मिलीभगत से माप-पुस्तक (एमबी) में झूठे काम दिखा झूठे बिल चढ़ाए गए। ठेकेदार जल्द होगे ब्लैकलिस्ट

जांच रिपोर्ट में ठेकेदारों की भूमिका गलत पाई गई है। ठेकेदारों का पंजीकरण रद कर दिया गया है और ब्लैकलिस्ट करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द ही सभी को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। नए सिरे से दिया जाएगा संतुष्टि पत्र का प्रारूप

भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़ों को रोकने के लिए आयुक्त की तरफ से संतुष्टि पत्र का प्रारूप तैयार कराया गया है। यह प्रत्येक विकास कार्यो के पूरा होने के बाद वार्ड कमेटी अपने पांच सदस्यों के हस्ताक्षर कराने के बाद देगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट के आधार पर संलिप्त इंजीनियरिग विग अधिकारियों एवं ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है।

विनय प्रताप सिंह, नगर निगम आयुक्त


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