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सरकारी स्कूलों में केबल टीवी से आसान हुईं पढ़ाई की राहें

जहां एक तरफ निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं वहीं सरकारी स्कूल भी पीछे नहीं हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Apr 2020 07:37 PM (IST)Updated: Wed, 15 Apr 2020 07:37 PM (IST)
सरकारी स्कूलों में केबल टीवी से आसान हुईं पढ़ाई की राहें
सरकारी स्कूलों में केबल टीवी से आसान हुईं पढ़ाई की राहें

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जहां एक तरफ निजी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं, वहीं सरकारी स्कूल भी पीछे नहीं हैं। स्कूलों में पिछले कुछ समय से मोबाइल एप के जरिये पढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा केबल टीवी के माध्यम से सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए पठन-पाठन की राहें और आसान होंगी। लॉकडाउन में पढ़ाई अनलॉक

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कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव से देश लॉकडाउन है। ऐसे में शिक्षण संस्थान बंद हैं लेकिन इनमें नया सत्र 2020-2021 शुरू हो गया है। शिक्षकों द्वारा नए सत्र का पाठ्यक्रम ऑनलाइन कक्षाओं के जरिये करवाया जा रहा है। शिक्षा विभाग के विभिन्न एप के जरिये शिक्षक विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं। ऐसे में विद्यालय शिक्षा निदेशालय द्वारा प्रदेश के सभी केबल ऑपरेटर को यह निर्देश दिए हैं कि हरियाणा एजुसेट के चार चैनलों को केबल टीवी प्रसारण में अवश्य शामिल किया जाए। 14 अप्रैल से केबल टीवी पर प्रसारण शुरू हो गया है। मोबाइल के अभाव में प्रभावित हो रही है पढ़ाई: जिले में 571 सरकारी स्कूल हैं जिनमें एक से लेकर कक्षा बारह तक 90 हजार से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। इनमें से 50 प्रतिशत से अधिक छात्र ऐसे हैं जिनके पास ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा नहीं है। ऐसे में अब बच्चों व अभिभावकों को उनकी पढ़ाई को लेकर चिता सता रही है कि कहीं इस लॉकडाउन के चक्कर में उनके बच्चों की पढ़ाई न प्रभावित हो। एजुसेट से दूर हो रही है समस्या

हरियाणा एजुसेट के चार चैनलों पर कक्षा एक से बारह तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम के हिसाब से विषयवार व कक्षावार वीडियो का प्रसारण किया जाएगा। इससे कमजोर तबके के विद्यार्थियों को भी काफी लाभ मिलेगा। निदेशालय के निर्देश के मुताबिक जिला उपायुक्त से संपर्क कर इसका प्रसारण शुरू कर दिया गया है। यह सूचना अध्यापकों के माध्यम से प्रत्येक विद्यार्थी तक पहुंचाई जा चुकी है ताकि सभी विद्यार्थियों को इसका लाभ मिल सके। इसके अलावा जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और डाइट प्राचार्य मिलकर संयुक्त कमेटी बनाई गई है जो प्रसारण की निगरानी भी करेंगे। यह कमेटी जिला स्तर पर एजुसेट चैनल प्रसारण पर कार्य कर रही है। साढ़े नौ से साढ़े बारह बजे तक कक्षाएं: वाट्सएप के जरिये शिक्षक विद्यार्थियों से जुड़ रहे हैं। शिक्षकों ने एक ग्रुप बनाया है जिसमें विषयवार वीडियो व पीडीएफ कंटेंट शेयर किया जाता है। हर कक्षा के अलग ग्रुप बने हुए हैं और विषयवार शिक्षक समयसारिणी बनाकर पढ़ाते हैं। ऑनलाइन शिक्षण साढ़े नौ से साढ़े बारह बजे तक होता है। इसके बाद केबल टीवी पर कंटेंट प्रसारित किया जाता है। इस समय मुख्य समस्या आ रही है कि हर बच्चे के पास फोन नहीं है। अगर एक घर में है तो वह भी अलग-अलग बच्चों के काम नहीं आता ऐसे में बच्चों को थोड़ी दिक्कत हो रही है। कई स्थानों पर नेटवर्क नहीं होता, ऐसे में उनसे संपर्क करने में मुश्किल आती है।

- मनोज कुमार लाकड़ा, मौलिक मुख्य अध्यापक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, बजघेड़ा केबल टीवी पर प्रसारण शुरू होने से निश्चित रूप से विद्यार्थियों को लाभ पहुंचेगा। ऑनलाइन शिक्षण में समस्या आ रही है कि हर जगह नेटवर्क नहीं आता। कई विद्यार्थियों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है ऐसे में उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाता।

- विनोद ठाकरान, राष्ट्रीय संगठन सचिव, अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ


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