रैपिड मेट्रो अब खतरे से बाहर, दिल्ली मेट्रो ने संभाला जिम्मा
अब रैपिड मेट्रो रेल गुरुग्राम खतरे से बाहर आ चुकी है। अब इसका संचालन बंद नहीं होगा क्योंकि दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने मंगलवार की आधी रात से इसका अधिग्रहण कर लिया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: रैपिड मेट्रो गुरुग्राम बंद होने के खतरे से बाहर आ चुकी है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) मंगलवार आधी रात से इसका अधिग्रहण कर लिया है। अब वही इसका संचालन करेगा। रैपिड मेट्रो रेल के परिचालन समय में डीएमआरसी द्वारा किसी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है। यह सेवा पूर्व की तरह जारी रहेगी। बता दें कि रोजाना लगभग 60,000 हजार यात्री रैपिड मेट्रो की सवारी करते हैं।
डीएमआरसी अधिकारियों के मुताबिक इस अधिग्रहण के साथ ही कुल 11.6 किलोमीटर लंबे रैपिड मेट्रो रेल कॉरिडोर पर बने सभी 11 स्टेशनों पर पहले की ही तरह से यह मेट्रो रेल अपनी सेवाएं जारी रखेगी। गुरुग्राम रैपिड मेट्रो सेवा के संचालन को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में हरियाणा सरकार ने डीएमआरसी द्वारा इसके संचालन की इच्छा जताई थी। डीएमआरसी अधिकारियों के मुताबिक वह गुरुग्राम रैपिड मेट्रो संचालन के दौरान यह सुनिश्चित करेंगे कि यात्रियों को बेहतर सेवाएं उपलब्ध हो सके। डीएमआरसी द्वारा रैपिड मेट्रो के संचालन को लेकर पहले ही सभी प्रकार की व्यवस्था कर ली गई है। रैपिड मेट्रो के अधिग्रहण के बाद से ही डीएमआरसी का नेटवर्क दिल्ली-एनसीआर में 389 किलोमीटर का हो जाएगा। जिसमें 285 मेट्रो स्टेशन होंगे।