गुरुजल परियोजना से हो रहा 15 तालाबों का जीर्णोद्धार
गुरुजल परियोजना के तहत जिले के 15 तालाबों के जीर्णाेद्धार का काम इन दिनों तेजी पर है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुरुजल परियोजना के तहत जिले के 15 तालाबों के जीर्णाेद्धार का काम इन दिनों तेजी पर है। जल्द ही यह काम पूरा हो जाएगा। इन तालाबों के तैयार होने के बाद इससे रोजाना 40 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल किया जा सकेगा। साथ ही 10 हजार लीटर से ग्राउंड वाटर रिचार्ज किया जाएगा।
इसकी जानकारी बुधवार को उपायुक्त अमित खत्री की अध्यक्षता में आयोजित गुरुजल परियोजना की बैठक में दी गई। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान सभी ने भूमिगत जलस्तर में सुधार को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। बैठक में भूमिगत जल में सुधार लाने व गुरुजल परियोजना के तहत चयनित तालाबों के जीर्णोद्धार कार्य में तेजी लाने को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान बताया गया कि जल संरक्षण को लेकर अब तक जिले में 318 जागरूकता अभियान चलाए जा चुके हैं। 125 स्कूलों में भी यह अभियान चला। 39 कार्यशालाओं का भी आयोजन किया गया। इसे लेकर आरडब्ल्यूए के साथ भी लगातार बैठकें की जा रही हैं।
बैठक के दौरान गुरुजल परियोजना की परियोजना निदेशक शुभि ने बताया कि इस परियोजना के तहत विभिन्न विभागों द्वारा अब तक जिले में 300 अवैध बोरवेल को सील किया जा चुका है। वहीं 572 राजकीय विद्यालयों में से 128 विद्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम चालू हालत में हैं। 22 निर्माणाधीन, 398 रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए जाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि गुरुग्राम में पांच सड़कों को यूजर फ्रेंडली बनाने का निर्णय लिया गया है। इन्हें मॉडल रोड के रूप में तैयार किया जाएगा। इन सड़कों में सदर बाजार, साउथ सिटी-1, सुशांत लोक, चोमा एवं माउंट ओलंपियस स्कूल रोड के नाम शामिल हैं। शुभि ने बताया कि परियोजना के तहत जिले के 300 तालाबों को जीर्णोद्धार के लिए चिन्हित किया गया है। प्रथम चरण में जिले के 30 तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। नगर निगम क्षेत्र के 13 गांवों में 19 तालाबों को भी परियोजना के तहत शामिल किया गया है। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान, एटीपी सुरेखा यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।