महाठग का मायाजाल भेदने को पुलिस लेगी प्रोडक्शन वारंट पर
जाली कागजात बनाकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने के आरोपित सुभाष रावल को पुलिस दूसरे मामलों में पूछताछ करने के लिए प्रोडक्शन वांरट पर लेगी। अदालत द्वारा एक मामले में भगोड़ा घोषित गए सुभाष को दस दिन पहले गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जाली कागजात बनाकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने के आरोपित सुभाष रावल को पुलिस दूसरे मामलों में पूछताछ करने के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लेगी। अदालत द्वारा एक मामले में भगोड़ा घोषित गए सुभाष को दस दिन पहले गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। उसके खिलाफ गुरुग्राम में कई मामले दर्ज हैं, जिनकी जांच के लिए पुलिस उससे एक बार फिर से पूछताछ करेगी। एक मामले में उसकी पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज है। उसे भी गिरफ्तार करने का प्रयास पुलिस कर रही है।
पालम विहार निवासी सुभाष रावल ने अधिवक्ता पूनम कटारिया व उनके पति के साथ भी एक प्रॉपर्टी के लेनदेन में धोखाधड़ी की थी। उसने वर्ष 2017 में पालम विहार में शिकायतकर्ता अधिवक्ता को मकान बेच दिया, जांच में सामने आया कि मकान पर 90 लाख का लोन है। इस पर शिकायतकर्ता ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करा दिया। अधिवक्ता ने बताया कि पड़ताल के दौरान सामने आया कि आरोपी पर पालम विहार समेत शहर के विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक धोखाधड़ी, चेक बाउंस के मामले दर्ज है। लेकिन किसी भी मामले में आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
आरोप है कि सुभाष रावल पुलिसकर्मियों को पूर्व डीजीपी के भाई से नजदीकी की धौंस देता था इस वजह से भी पुलिस भी कार्रवाई करने से कतरा रही थी। कई नेताओं के साथ भी अपनी नजदीकी बता पुलिस से बच रहा था। फेस बुक में प्रदेश ही नहीं देश के कई बड़े नेता के साथ खींची गई तस्वीर उसने लगा रखी है। शायद यही वजह है कि पुलिस उसे पकड़ने से बच रही थी। दस दिन पहले उसे महिपाल पर दिल्ली से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने कहा इन मामलों की जांच के लिए एसआइटी बनाई गई तो हर केस की तफ्तीश कर रही है।