पुलिस आयुक्त ने किया पुलिसकर्मियों से सीधा संवाद
पुलिस आयुक्त केके राव ने रविवार को पुलिसकर्मियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने सभी से पूछा कि कार्यों के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी तो नहीं। यदि कहीं दिक्कत है तो सीधा उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाएं। साथ ही चेतावनी भी दी कि किसी भी कीमत पर कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी हों या कर्मचारी आम आदमी से दोस्ताना माहौल में बातचीत करें। इससे महकमे की छवि और बेहतर होगी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : पुलिस आयुक्त केके राव ने रविवार को पुलिसकर्मियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने सभी से पूछा कि कार्यों के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी तो नहीं। यदि कहीं दिक्कत है तो सीधा उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाएं। साथ ही चेतावनी भी दी कि किसी भी कीमत पर कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी हों या कर्मचारी आम आदमी से दोस्ताना माहौल में बातचीत करें। इससे महकमे की छवि और बेहतर होगी।
पुलिस लाइन में आयोजित संवाद कार्यक्रम में लगभग 50 पीसीआर, 90 प्रहरी (राइडर), 6 दुर्गा शक्ति पीसीआर एवं 50 नाकों पर तैनात कर्मचारियों को विशेष रूप से बुलाया गया था। दोनों महिला थाना पुलिस की प्रभारी एवं महिला हेल्पलाइन कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी भी पहुंचे थे। कुल 850 कर्मचारियों से संवाद करते हुए कहा कि पुलिस आयुक्त ने पीसीआर एवं राइडर के नए प्रोग्राम के अनुसार डयूटी करने वालों की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब सभी जगह तीन-तीन शिफ्ट में डयूटी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में अधिकतर लोग उच्च शिक्षित हैं। पुलिस से वे हमेशा अच्छे व्यवहार की अपेक्षा रखते हैं। डयूटी के दौरान सभी से नम्र व अच्छा व्यवहार करें। डयूटी के दौरान यदि कोई व्यक्ति पुलिसकर्मी की डयूटी में बाधा पहुंचाता है तो नियमानुसार कार्रवाई करें।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि किसी भी पीड़ित को पुलिस सहायता देकर संतुष्टि मिलनी चाहिए। पीड़ित की मदद दिल से करनी चाहिए। अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशंसा पत्र व उचित नकद इनाम भी दिया जाएगा। बेहतर कोआर्डिनेशन के लिए वाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया है। दुर्गा शक्ति हरियाणा एप को अब काफी संख्या में डाउनलोड किया जा चुका है। अब इस एप के माध्यम से भी कॉल आनी शुरू हो जाएंगी। इस एप या 1091 या 100 नंबर पर कॉल आने पर तुरंत पुलिस सहायता हेतु नजदीकी किसी भी पीसीआर/राइडर/दुर्गा शक्ति वाहन को भेजा जाएगा।
पीसीआर एवं राइडर को सेंट्रलाइज्ड करने का उद्देश्य पीड़ित को सहायता पहुंचाने में रेस्पांस टाइम कम करना है। सेंट्रलाइज्ड करने की वजह से वाहन चोरी की वारदात लगभग 30 से 40 प्रतिशत कम हो गई है। उन्होंने सुझाव दिया कि पीक टाइम या सड़क पर वाहनों की संख्या अधिक होने पर अपने विवेक अनुसार बैरिकेड्स को साइड में कर लें ताकि जाम न लगे। इस मौके पर पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) कुल¨वद्र ¨सह, सहायक पुलिस आयुक्त शकुंतला, ऊषा कुंडू एवं धारणा यादव सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।