बुजुर्ग महिला की हत्या के बाद लोग सुरक्षा को लेकर परेशान
डीएलएफ फेज एक स्थित ई ब्लॉक में रहने वाली 72 वर्षीय इंदिरा खन्ना की हत्या के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है।
संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: डीएलएफ फेज एक स्थित ई ब्लॉक में रहने वाली 72 वर्षीय इंदिरा खन्ना की हत्या के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। डीएलएफ इलाके में ऐसे कई परिवार है जिनमें बुजुर्ग अकेले रहते हैं और उनके बच्चे विदेश में रहते हैं। इस घटना ने डीएलएफ प्रबंधन के सुरक्षा इंतजामों एवं पुलिस कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है। लोगों की मानें तो डीएलएफ प्रबंधन को सिक्योरिटी के लिए रख-रखाव शुल्क दिया जाता है और उसके बाद दिन-दहाड़े हुई इस घटना ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए है। पिछले सप्ताह भी अर्जुन मार्ग पर एक बुजुर्ग के घर पर दिनदहाड़े चोरी हो गई। वह बुजुर्ग भी घर में अकेले रहते थे और एक दिन के काम से कहीं बाहर चले गये थे। जब वापिस आए तो अज्ञात चोर उनके घर पर हाथ साफ कर गए।
आए दिन वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों को लेकर आवाज उठती रहती है, बावजूद इसके पुलिस आज तक ऐसी कोई व्यवस्था नहीं बना पाई जिससे ये लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सके। डीएलएफ प्रबंधन की तरफ से कालोनी में सुरक्षा गार्ड लगाए हुए है लेकिन वह हमेशा ही घटना के बाद मौके पर पहुंचते है। इस प्रकार की व्यवस्था के लिए लोगों में पुलिस एवं डीएलएफ प्रबंधन के प्रति भारी रोष है। उनका साफ कहना है कि यदि इसी प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी तो रख-रखाव शुल्क देने का क्या औचित्य ? इंदिरा की हत्या ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। डीएलएफ प्रबंधन ने पहले के मुताबिक सुरक्षा गार्ड की संख्या कम कर दी है। जिसके चलते आए दिन कालोनी में घटनाएं हो रही है।
आरएस राठी, निगम पार्षद रख-रखाव शुल्क देने के बाद भी अगर पुख्ता सुरक्षा इंतजाम नहीं होंगे तो शुल्क देने का कोई औचित्य नहीं बनता।
सुनील गोस्वामी, निवासी ई ब्लॉक डीएलएफ में सैकड़ों घरों में बुजुर्ग अकेले रहते है। दिन-दहाड़े ऐसी घटनाएं हो रही है, लेकिन कोई उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं।
सुरेश कुमार, निवासी ई ब्लॉक
डीएलएफ में आए दिन चोरी-हत्या की वारदातें हो रही है। सुरक्षा इंतजामों को लेकर लोग चितित है। सरकार व प्रशासन लोगों को सुरक्षित माहौल देने में भी असमर्थ है।
विनोद निवासी ई ब्लॉक