दीक्षांत परेड समारोह के दौरान दिखा देशभक्ति का जज्बा
कादरपुर स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अकादमी में रविवार को सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों के 50वें बैच का दीक्षांत परेड समारोह आयोजित किया गया। जिसमें उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू बतौर मुख्य अतिथि व मुख्यमंत्री मनोहर लाल विशिष्ठ अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। बैंड की धुन पर परेड करते जवानों का कदमताल हर किसी को रोमांचित कर रहा था। उपराष्ट्रपति नायडू व मुख्यमंत्री ने दीक्षांत परेड समारोह के दौरान सीआरपीएफ की गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद पी¨पग सेरेमनी में अधिकारियों के कंधों पर स्टार लगाकर उन्हें पूर्ण अधिकारी का दर्जा दिया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कादरपुर स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अकादमी में रविवार को सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों के 50वें बैच का दीक्षांत परेड समारोह आयोजित किया गया, जिसमें उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू बतौर मुख्य अतिथि व मुख्यमंत्री मनोहर लाल बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे। बैंड की धुन पर परेड करते जवानों का कदमताल हर किसी को रोमांचित कर रहा था। उपराष्ट्रपति नायडू व मुख्यमंत्री ने दीक्षांत परेड समारोह के दौरान सीआरपीएफ की गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके बाद पी¨पग सेरेमनी में अधिकारियों के कंधों पर स्टार लगाकर उन्हें पूर्ण अधिकारी का दर्जा दिया। इस मौके पर देश के विभिन्न भागों में आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में वीरता का परिचय देने वाले सीआरपीएफ 18 अधिकारियों व जवानों को भी पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।
उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, कि साइबर तकनीक ने देशों की सीमाओं को लांघ दिया है, इससे सुरक्षा के मामले में चुनौतियां काफी बढ़ गई हैं। सीआरपीएफ अधिकारियों व जवानों को इन चुनौतियों को अवसर में तब्दील करना होगा। सीआरपीएफ ने संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के अंतर्गत दूसरे देशों जैसे कोसोवो व लाइबेरिया में भी शांति व्यवस्था कायम करने में सहयोग दिया। इसमें महिला बटालियन को भी शामिल किया गया था। उन्होंने कहा कि वे अपेक्षा करते हैं कि सरकार केंद्रीय बलों के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देगी ताकि ये बल साइबर तकनीक से उत्पन्न नई चुनौतियों का सामना करने में और ज्यादा सक्षम हों। उन्होंने यह भी कहा कि उनका मानना है कि सरकार इन बलों में पदोन्नति के अवसर बढ़ाने का भी प्रयास करेगी।
सीआरपीएफ के महानिदेशक राजीव राय भटनागर ने कहा कि सीआरपीएफ को स्थापित हुए 78 वर्ष हो गए हैं। 246 बटालियन के साथ यह विश्व का सबसे बड़ा शस्त्र सुरक्षा बल है। उन्होंने बताया कि इस बल के 2,135 अधिकारियों व कर्मचारियों ने अपनी कुर्बानी देश की सुरक्षा के लिए दी है। इस मौके पर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर ¨सह, विधायक उमेश अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।