कूड़े को बिना ढके किया जा रहा ट्रांसपोर्ट
शहर से कचरा उठाने वाले वाहनों को कवर नहीं किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: शहर में कचरा उठाने वाले वाहनों को कवर नहीं किया जा रहा है और ऐसा करके सीधे तौर पर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के नियमों की अवहेलना की जा रही है। खुले में कचरा ट्रांसपोर्ट करने से दुर्गध और प्रदूषण फैल रहा है। शहर में कचरा प्रबंधन की जिम्मेदारी इको ग्रीन एनर्जी की है। इको ग्रीन की कचरा उठाने के लिए लगभग तीन सौ गाड़ियां चल रही हैं, इनमें से काफी गाड़ियों को कचरा ले जाने के दौरान कवर नहीं किया जा रहा है।
खुले में कचरा जलाने से जगह-जगह कूड़ा उड़ने से भी प्रदूषण फैल रहा है। दिल्ली-एनसीआर में सर्दी के मौसम में प्रदूषण में इजाफा होने के चलते ग्रेप को लागू किया गया है, इसके साथ ही इसका सख्ती से पालन करवाने के लिए सरकारी महकमों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। घरों और डंपिग प्वाइंट से कचरा उठाती हैं गाड़ियां
इको ग्रीन की गाड़ियां शहर में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करती हैं। इसके अलावा शहर में बनाए गए कचरा डंपिग प्वाइंट से कचरा उठाकर बंधवाड़ी लैंडफिल साइट तक पहुंचाती हैं। शहर से रोजाना 900 मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा निकल रहा है। कचरे को गाड़ियों में ढक कर नहीं ले जाने के कारण शहर के नागरिकों को भी काफी परेशानी हो रही है।
-कचरा ले जाने के दौरान गाड़ियों को ढका जाता है। कुछ गाड़ियां जो कवर नहीं है, उनको भी कवर किया जा रहा है।
-राजेश कुरुप, प्रतिनिधि, इको ग्रीन एनर्जी गुरुग्राम।