130 करोड़ की आबादी पर केवल 14 करोड़ गोवंश
विश्व हिदू परिषद में गोरक्षा विभाग के राष्ट्रीय संगठन मंत्री खेमचंद शर्मा ने कहा कि गोवंश की रक्षा के लिए केंद्र सरकार को अपने स्तर पर भी सख्त कानून बनाने होंगे। केवल कानून बनाने से भी काम नहीं चलेगा बल्कि इसके लिए जिम्मेदारी तय करनी होगी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: विश्व हिदू परिषद में गोरक्षा विभाग के राष्ट्रीय संगठन मंत्री खेमचंद शर्मा ने कहा कि गोवंश की रक्षा के लिए केंद्र सरकार को अपने स्तर पर भी सख्त कानून बनाने होंगे। केवल कानून बनाने से भी काम नहीं चलेगा बल्कि इसके लिए जिम्मेदारी तय करनी होगी। जिले के डीसी एवं एसपी को इसके लिए जिम्मेदार बनाया जाए। कई राज्यों में कानून बने हैं, लेकिन गोवंश की तस्करी पर रोक नहीं क्योंकि जिम्मेदारी तय नहीं है। गोमांस के निर्यात पर रोक लगाई जाए। जहां से निर्यात किया जाता है वहां पर डीएनए टेस्ट की व्यवस्था हो। पंचगव्य का उपयोग अधिक से अधिक लोग करें। कई समस्याएं एक साथ दूर हो जाएंगी। न केवल गो-पालन को लेकर आकर्षण बढ़ेगा बल्कि रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
बृहस्पतिवार को दौलताबाद रोड इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के कार्यालय में उद्यमियों के साथ संवाद करते हुए खेमचंद शर्मा ने कहा कि देश की आबादी 130 करोड़ से अधिक है। इतनी आबादी पर केवल 14 करोड़ गोवंश हैं। जितना दूध का उत्पादन होता है उससे काफी अधिक खपत है। इसका मतलब है कि सिथेटिक दूध का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। दिन-प्रतिदिन गोवंश की संख्या कम होती जा रही है। यह चिता का विषय है। इसके लिए जहां गोवंश तस्करी पर सख्ती से रोक लगाने की आवश्यकता है वहीं कुछ कार्यों पर भी जोर देना होगा।
गाय के गोबर एवं मूत्र से तैयार होने वाले उत्पादों की मांग बढ़े, इसके ऊपर काम करना होगा। लोग अधिक से अधिक ऐसे उत्पादों का उपयोग करें। जब मांग बढ़ेगी फिर धीरे-धीरे गाय एवं भैंस पालन के प्रति लोगों का आकर्षण पहले की तरह बढ़ेगा। आर्गेनिक खेती के ऊपर जोर दिया जाए। उन्होंने उद्यमियों से कहा कि आप सभी अपने घरों में पंचगव्य का उपयोग करें। अपने कर्मचारियों को पंचगव्य का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। विश्व हिदू परिषद गोरक्षा विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. जयप्रकाश गर्ग ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संवाद कार्यक्रम में दौलताबाद रोड इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष व विश्व हिदू परिषद के प्रांतीय पंचगव्य प्रमुख पवन कुमार जिदल, एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम अग्रवाल, विनय गुप्ता, हरीशचंद गुप्ता, रमणीक जैन, पाहुनी जैन, चंद्रपाल गोला, राजेश अग्रवाल, कुलदीप दहिया, संजीव अग्रवाल, राजेश शर्मा एवं किशोर बिड़ला शामिल हुए।