Move to Jagran APP

खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर जाम से राहत नहीं

शनिवार की रात 1200 बजे से फास्टैग अनिवार्य होते के साथ ही दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर जारी भीषण जाम का दौर समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 07:07 PM (IST)Updated: Tue, 17 Dec 2019 07:43 PM (IST)
खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर जाम से राहत नहीं
खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर जाम से राहत नहीं

जागरण संवाददता, गुरुग्राम: शनिवार रात 12:00 बजे से फास्टैग अनिवार्य होते के साथ ही दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर जारी भीषण जाम का दौर समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मंगलवार को भी इस टोल प्लाजा पर दिन भर जाम लगता रहा। यहां हर समय आधा-आधा किलोमीटर का जाम आम रहा। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कत हुई। लोगों का कहना है कि बिना पूर्ण तैयारी के इस योजना को लागू किया जाना मुसीबत को दावत देने जैसा है। इससे आमजन ही नहीं उद्योग जगत से संबंधित लोग भी काफी परेशान हैं। उद्यमियों का कहना है कि पहले सरकार को ठोस इंतजाम करना चाहिए इसके बाद इसे लागू किया जाए।

loksabha election banner

खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर कैश लेन के साथ-साथ फास्टैग वाली भी लेन में जाम लग रहा है। अभी काफी वाहन चालकों को नहीं पता है कि टोल प्लाजा पर कैश और फास्टैग के लिए अलग-अलग लेन हैं। इस कारण कैश वाले वाहन चालक भी इस लेन में घुस रहे हैं। इससे काफी परेशानी हो रही है। यहां से गुजरने वालों का कहना है कि मौके पर बड़ी संख्या में ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी मौजूद हैं इसके बावजूद जाम से राहत नहीं मिल रही है।

टोल प्लाजा के दोनों ओर तीन-तीन लेन में कैश जमा कर वाहनों के निकलने की व्यवस्था की गई है। 19 लेन से फास्टैग वाले वाहनों के गुजरने के इंतजाम किए गए हैं। इन सभी पर जाम लग रहा है। दिल्ली से जयपुर के लिए जा रहे विजय शर्मा का कहना है कि पिछले 20 मिनट से वह परेशान हैं। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए। फास्टैग लागू होने के बाद सुविधा होने की बात कही गई थी इससे तो और भी मुसीबत हो गई है।

खेड़कीदौला टोल प्लाजा से प्रतिदिन 80 से 85 हजार वाहन गुजरते हैं। इनमें से लगभग 23 हजार वाहनों पर फास्टैग की सुविधा है। सुबह और शाम सबसे अधिक परेशानी हो रही है। ऐसे में जिन्हें ऑफिस जाना होता है उनके लिए तो सबसे अधिक दिक्कत है। औद्योगिक माल ढुलाई करने वाले वाहन बड़ी संख्या में रोजाना फंस रहे हैं। ऐसे में औद्योगिक कामकाज पर भी इसका साफ असर दिखाई दे रहा है। सबसे अधिक परेशानी कैश लेन में हो रही है। लोगों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है।

मंगलवार को जाम में फंसे उद्यमी विकास कालरा का कहना है कि अब तो सुबह आइएमटी सेक्टर-8 स्थित अपनी कंपनी में जाना और शाम को लौटना बड़ा ही कठिन हो गया है। काफी समय टोल प्लाजा के पास जाम में बीत जाता है। लोगों का कहना है कि इससे मानिसक रूप से ही लोग परेशान हो रहे हैं। टोल कर्मियों और वाहन चालकों के बीच इसे लेकर लगातार कहासुनी की भी शिकायत आ रही है। सबसे बड़ी समस्या तब होती है जब कैश वाले वाहन चालक गलती से फास्टैग वाली लेन में घुस जाते हैं। ऐसे कई मामले रोजाना आ रहे हैं। फास्टैग लेने वालों को उस समय दिक्कत हो जाती है जब उनके टैक की रीडिग टोल प्लाजा पर लगी मशीन द्वारा नहीं किया जाता है। उसे समय उनसे टोल कर्मी द्वारा कैश मांगा जाता है। इससे विवाद की स्थिति बनती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.