एक साल बाद भी नही हुई सीएम की घोषणा पर कोई कार्रवाई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा एक साल पहले की गई घोषणा पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं कि गई है। घोषणा का लाभ जिन गांवों के लोगों को मिलना था उन गांवों के लोगों ने सोमवार को फिर से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिख पटौदी से विधायक बिमला चौधरी को दिया।
जागरण संवाददाता, मानेसर: मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा एक साल पहले की गई घोषणा पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं कि गई है। घोषणा का लाभ जिन गांवों के लोगों को मिलना था उन गांवों के लोगों ने सोमवार को फिर से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिख पटौदी से विधायक बिमला चौधरी को दिया।लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले साल 14 नवंबर को पटौदी में आयोजित एक रैली में घोषणा की थी कि मानेसर के नजदीक लगने वाले गांवों की तहसील फरुखनगर से बदलकर मानेसर की जाएगी।
इस घोषणा पर अभी तक कोई कार्रवाई न होने से ग्रामीण नाराज हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा तो की गई लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कि गई। गांव मोकलवास, खरखड़ी, पुखरपुर, ततारपुर की पंचायत ने मुख्यमंत्री के नाम लिखे पत्र में कहा कि पिछले साल 14 नवंबर को मुख्यमंत्री ने पटौदी में आयोजित रैली में चार गांवों की तहसील बदलने की घोषणा की थी। चार गांवों की तहसील अभी फरुखनगर है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी इन गांवों की तहसील को मानेसर किया जाएगा। इन गांवों के लोगों को फरुखनगर तहसील होने के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पत्र में कहा कि फरुखनगर से गांवों की दूरी लगभग 15 किलोमीटर है जबकि मानेसर से इन गांवों की कुल दूरी 3 किलोमीटर है। ग्रामीणों का मानेसर की तरफ लगातार जाना भी रहता है। गांव मोकलवास के सरपंच मनोज यादव, खरखड़ी की सरपंच सरिता, ततारपुर के सरपंच वीरेंद्र ¨सह ने बताया कि गांव मोकलवास, खरखड़ी, पुखरपुर और ततारपुर की तहसील को बदलने के लिए करीब एक साल पहले घोषणा की गई थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। फरुखनगर तहसील तक जाने के लिए तीन बार वाहनों को बदलना पड़ता है। इस बारे में मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है जल्द ही इन गांवों की तहसील फरुखनगर से बदलकर मानेसर की जाए।