कपड़े के थैले देकर बच्चों ने कहा, इसे लेकर चलें तो सुरक्षित रहेगा पर्यावरण
च्चे जब कोई बात कहते हैं तो उसका असर होता है। पॉलीथिन फ्री गुरुग्राम और स्वच्छ गुरुग्राम की जागरुकता में शनिवार को बच्चों ने अपनी प्रभावशाली भूमिका निभाई। स्कूली बच्चों ने मिलकर सेक्टर 50 स्थित निर्वाणा कोर्ट यार्ड मार्केट में अभियान चलाकर न केवल प्लास्टिक की थैलियों की जगह बार-बार प्रयोग में लाया जाने वाले कपड़े के थैले के प्रयोग के बारे में बताया। बाजार में खरीदारी कर नॉन वूवेन पॉलीप्रापलीन थैली लिए लोगों को बताया कि यह भी पर्यावण के लिए उतना ही नुकसान दायक है जितना पॉलीथिन, इसे दुकानदार इको फ्रेंडली बताते हैं मगर वास्तव में ऐसा नहीं है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: बच्चे जब कोई बात कहते हैं तो उसका असर होता है। पॉलीथिन-मुक्त गुरुग्राम और स्वच्छ गुरुग्राम के प्रति जागरूकता जगाने में शनिवार को बच्चों ने अपनी प्रभावशाली भूमिका निभाई। स्कूली बच्चों ने मिलकर सेक्टर-50 स्थित निर्वाणा कोर्ट यार्ड मार्केट में अभियान चलाकर प्लास्टिक की थैलियों की जगह बार-बार प्रयोग में लाए जाने वाले कपड़े के थैले के प्रयोग के बारे में बताया।
बच्चों ने बाजार में खरीदारी कर नॉन वूवेन पॉलीप्रापलीन थैली लिए लोगों को बताया कि यह भी पर्यावरण के लिए उतना ही नुकसानदायक है, जितना पॉलीथिन। इसे दुकानदार पर्यावरण अनुकूल बताते हैं, मगर वास्तव में ऐसा नहीं है। सामान्य कूड़े के साथ यह जलाया जाएगा तो इससे उतनी ही खतरनाक गैस निकलती है, जितनी पॉलीथिन जलाने से निकलती है। बच्चे अपने साथ कपड़े के थैले लेकर गए थे और लोगों को उसे बांटा और उन्हें बताया कि यह जरूरी है कि आप जब भी बाहर निकलें कपड़े का थैला लेकर निकलें ताकि कुछ भी खरीदने के लिए आपको पॉलीथिन या पॉली प्रोपलीन जैसे एक बार प्रयोग कर कूड़े में फेंके जाने वाले बैग का प्रयोग नहीं करना पड़े।
हाथों में पर्यावरण संरक्षण के नारे लिखे बैनर और तख्ती लिए बच्चों ने दुकानदारों को भी पॉलीथिन और पॉलीप्रॉपलीन का प्रयोग नहीं करने के लिए कहा। सिटिजन फॉर क्लीन एयर, व्हाई वेस्ट योअर वेस्ट संगठनों के प्रतिनिधियों रुचिका सेठी टक्कर, कविता बंसल और वर्षा मल्होत्रा ने भी कार्यक्रम में सहयोग किया। बच्चों का नेतृत्व आयन, आरव और शावेन ने किया।