विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर सख्त कदम उठाने की जरूरत
जिले के सरकारी स्कूलों में मेगा सक्षम परीक्षा को लेकर तैयारियां चल रही हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : जिले के सरकारी स्कूलों में मेगा सक्षम परीक्षा को लेकर तैयारियां चल रही हैं। हाल ही में हुए प्री-असेस्मेंट टेस्ट में कमजोर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) गुरुग्राम, सुशील गौड़ ने बताया कि पहले प्री-असेस्मेंट टेस्ट में कमजोर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों में वे स्वयं पढ़ाने के लिए जा रहे हैं। इस दौरान सामने आया है कि स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति काफी कम रहती है।
जब स्कूल प्राचार्यों से इसको लेकर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूलों में महज एक तिहाई विद्यार्थी ही उपस्थित रहते हैं। ऐसे में मेगा सक्षम परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर पाना मुश्किल है। जब तक विद्यार्थी स्कूलों में जाकर पढ़ाई नहीं करेंगे तब तक मेगा सक्षम परीक्षा कैसे पास की जाएगी।
बीईओ सुशील गौड़ का कहना है कि स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर सख्त कदम उठाने की जरूरत है। इस समस्या के समाधान के लिए एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) बुलाकर अभिभावकों को प्रेरित करने का कार्य किया जाना चाहिए। स्कूलों में विभिन्न रोचक गतिविधियां आयोजित होनी चाहिएं ताकि विद्यार्थियों का स्कूल में आने का रुझान बढ़ सके।
इसके अलावा टेस्ट और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में विजेता रहने वाले विद्यार्थियों को लुभावने पुरस्कार देकर उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। बता दें कि मेगा सक्षम परीक्षा में सरकारी स्कूलों के कक्षा तीन से आठ के विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। परीक्षा को लेकर कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है।
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