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केएमपी रोशन करने को सोलर सिस्टम से कनेक्शन की दरकार

केएमपी एक्सप्रेस-वे को जगमग करने के लिए शुरू किया गया प्रोजेक्ट कनेक्शन नहीं होने के कारण सफेद हाथी बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 03:56 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 06:18 AM (IST)
केएमपी रोशन करने को सोलर सिस्टम से कनेक्शन की दरकार
केएमपी रोशन करने को सोलर सिस्टम से कनेक्शन की दरकार

गोविन्द फलस्वाल, मानेसर

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कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे को रौशनी से जगमग करने के लिए शुरू किया गया प्रोजेक्ट कनेक्शन नहीं होने के कारण सफेद हाथी बना हुआ है। केएमपी एक्सप्रेस-वे पर रौशनी के लिए हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन ( एचएसआइआइडीसी) द्वारा 12 करोड़ रुपये खर्च कर सोलर प्लांट तैयार किया गया है, लेकिन इसका कनेक्शन नहीं हो पाया है। इसके माध्यम से सोलर पावर से बिजली बना बिजली निगम को देनी थी और बिजली निगम से बिजली लेकर केएमपी एक्सप्रेस-वे की लाइटों को जलाया जाना है।

एचएसआइआइडीसी द्वारा केएमपी पर चार जगह सोलर प्लांट तो तैयार कर लिए गए हैं, लेकिन अभी तक इसका कनेक्शन नहीं किया गया है। दरअसल, केएमपी एक्सप्रेस-वे को जिस ठेकेदार ने बनाया था उसने कुछ कार्य अधूरे छोड़ दिए हैं। इसके कारण उसका भुगतान नहीं दिया है। पेमेंट नहीं होने के कारण उसने रखरखाव भी बंद कर दिया। अभी केएमपी एक्सप्रेस-वे पर कई जगह स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगाई गई हैं। लाइटें नहीं लगाई जाने से केएमपी एक्सप्रेस-वे पर अंधेरा रहता है। जब पूरी सड़क पर लाइट लगेंगी इसके बाद ही सोलर प्लांट कार्य कर सकेगा। तैयार हो चुके सोलर प्लांट

केएमपी एक्सप्रेस-वे पर चार टोल प्लाजा पर यह प्लांट लगाए गए हैं। सोलर प्लांट बनाकर तैयार किए जा चुके हैं। पहला प्लांट 7 किलोमीटर कुंडली टोल प्लाजा पर लगाया गया है। इसके बाद खरखौदा, झज्जर के बादली और गुरुग्राम में पटौदी रोड टोल प्लाजा पर सोलर प्लांट लगाया गया है। कनेक्शन होने के बाद हर चार किलोमीटर पर एक नियंत्रक लगाया जाएगा। एक प्लांट 440 किलोवाट का है। रात में हो रहे हादसे

केएमपी एक्सप्रेस-वे पर अंधेरा होने के कारण लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। केएमपी एक्सप्रेस-वे खेतों से होकर गुजरता है। ऐसे में कई बार तेज गति से जाने वाले वाहनों के आगे नीलगाय और दूसरे पशु आ जाते हैं। कई बार इनके कारण हादसे भी हो जाते हैं। 83 किलोमीटर के हिस्से में कहीं भी लाइट नहीं जलती। सर्दी में धुंध भी अधिक हो रही है। इसके कारण पिछले सप्ताह फरुखनगर के पास एक रोडवेज की बस भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। एचएसआइआइडीसी के सीनियर मैनेजर सुरेंद्र देशवाल ने कहा कि इस बारे में उच्च स्तर पर काम चल रहा है। जल्द ही कनेक्शन कर सोलर प्लांट शुरू कर दिया जाएगा।


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