Kisan Andolan: भूमि अधिगृहीत रद करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे किया जाम
Delhi Jaipur highway Traffic Jam प्रदर्शनकारी किसानों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम कर दिया जिससे दो किलोमीटर तक जाम लग गया। भूमि अधिग्रहण रद करने की मांग को कई माह से प्रदर्शन कर रहे किसान खासे नाराज हैं।
गुरुग्राम [गोविंद फल्सवाल]। बारह गांव की 1810 एकड़ जमीन का अधिगृहीत करने के फैसले को रद करने की मांग को लेकर मानेसर में धरना दे रहे ग्रामीणों और किसानों ने शनिवार सवा दस बजे बिलासपुर के पास दिल्ली-जयपुर हाईवे को जाम कर दिया।
कई किलोमीटर तक लगा जाम
तिरंगा लेकर सड़क पर बैठे लोगों के साथ काफी संख्या में महिलाएं भी दिखी। हालांकि पुलिस पहले से मौजूद थी लेकिन पुलिस को चकमा देकर प्रदर्शन कारी हाईवे पर आ बैठे। जिसके चलते हाईवे की दोनों लेन पर करीब दो किलोमीटर तक वाहन के पहिए थम गए।
बलपूर्वक हटाया पुलिस ने
स्थानीय पुलिस ने रेवाड़ी से पटौदी तथा मानेसर के आगे से केएमपी के रास्ते वाहन भेज जाम की कतार लंबी नहीं होने दी। पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने पहले प्रदर्शन कारियों को समझाया जब वह नहीं माने तो लगभग एक बजे उन्हे बलपूर्वक उठा कर पुलिस की बस में बैठा थाने भेज दिया।
बता दें कि गांव कासन, मोकलवास, खरखड़ी, पचगांव में हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (एचएसआइआइडीसी) की तरफ से 1810 एकड़ जमीन का अधिगृहीत किया जा रहा है। इस जमीन को पुराने कानून के तहत अधिगृहीत किया जा रहा है।
कई महीने से चल रहा है धरना
इसी कानून के तहत गांव में करीब छह बार अधिगृहीत किया जा चुका है। इसके साथ ही यहां पर रिहायशी मकानों को तोड़ने की तैयारी भी की जा रही है। 1810 एकड़ जमीन में लगभग एक सौ मकान बने हुए हैं। इन मकानों को तोड़ने के नोटिस एचएसआइआइडीसी की तरफ से जारी किए जा चुके हैं। ग्रामीणों अधिगृहीत करने का विरोध कर प्रक्रिया को रद करने की मांग कर मानेसर में कई माह से धरना दे रहे हैं।
कई मंचों पर उठ चुकी है मांग
ग्रामीणों का कहना है कि इन मकानों को काफी समय पहले बनाया गया है। कई लोग ऐसे हैं, जिनके पास अन्य जगह नहीं है। ऐसे में इनके सामने रहने की नौबत आ जाएगी। इस मामले को विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने विधानसभा सत्र में भी उठाया है।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के सामने भी इस मामले को उठाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था किसान तथा ग्रामीणों को राहत दी जाएगी। कानूनी प्रक्रिया के तहत ही सब हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिनके मकान पुराने बने हुए उन्हें प्लाट दिए जाएंगे।
प्रमुख बातें
- बिलासपुर चौक के पास पुलिस को चकमा देकर किसान तिरंगा लेकर सड़क पर बैठे, महिला किसान भी काफी संख्या में दे रही धरना
- दिल्ली तथा जयपुर आने-जाने वाले वाहनों को केएमपी तथा रेवाड़ी से किया गया डायवर्ट, पुलिस अधिकारी किसानों को मनाकर जाम खुलवाने में लगे। गांव कासन, बढ़ा सहित कई गांव की 1200 एकड़ से अधिक जमीन सरकार ने कई साल पहले अधिग्रहण की थी। किसानों का कहना उन्हें मुआवजा सही नहीं मिला। मुआवजे की मांग को लेकर तीन माह से किसान मानेसर में दे रहे हैं धरना